अणु संख्य गुण:
किसी विलयन के वे भौतिक गुण जो इकाई आयतन में उपस्थित विलेय के कणों की संख्या पर निर्भर करते है न की उनकी प्रकृति पर , उन्हें अणु संख्य गुण कहते है।
ये निम्न है।
- वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन
- क्वथनांक में उन्नमन
- हिमांक
- परासरण दाब
- वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन
जब किसी शुद्ध विलायक में अवाष्पशील विलेय घोला जाता है तो उसका वाष्प दाब कम हो जाता है , अर्थात विलयन का वाष्पदाब शुद्ध विलायक से कम होता है , इसे वाष्पदाब में अवनमन कहते है।
राउल्ट ने अवाष्पशील विलेय युक्त विलयनों के लिए राउल्ट नियम दिया , जिसके अनुसार
जब किसी शुद्ध विलायक में अवाष्पशील विलेय घोला जाता है तो वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन विलेय के मोल अंश के बराबर होता है।
अवाष्पशील विलेय द्वारा शुद्ध विलायक के वाष्पदाब में अवनमन तथा शुद्ध विलायक के वाष्पदाब के अनुपात – को वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन कहते है।
माना शुद्ध विलायक व विलयन के वाष्पदाब क्रमशः P10 तथा P1 है। अतः
वाष्पदाब का आपेक्षिक अवनमन = (P10 – P1 ) / P10
माना किसी विलयन में विलायक व विलेय के मोलों की संख्या क्रमशः n1 व n2 है।
तथा उनके मोल अंश क्रमशः X1 व X2 है तो विलेय के मोल
x1 = n2 / n1 + n2
राउल्ट नियम से
(P10 – P1 ) / P10 = n2 / n1 + n2
तनु विलयन के लिए n1 >> n2 ≃ n1
(P10 – P1 ) / P10 = n2 / n1
चूँकि n1 = W1 / M1
n2 = W2 / M2
अतः
(P10 – P1 ) / P10 = W2M1 /W1M2