नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल को आप लास्ट तक पढ़ना तभी आपको अच्छी तरीके से यह नोट्स समझ में आएंगे और इन नोट्स की पीडीएफ मैंने बना रखी है वह आपको नीचे ही मिल जाएगी वहां पर से आप इन सभी नोट्स को डाउनलोड कर सकते हैं तो कृपया आप इस आर्टिकल को लास्ट तक पढ़ना
द्वितीयक आंकड़ों के अप्रकाशित स्रोत
- विश्वविद्यालयों से प्राप्त आंकड़े
- निजी संस्थाओं से प्राप्त आंकड़े
- विभिन्न उद्देश्यों के लिए प्राप्त आंकड़े
द्वितीयक आंकड़ों के प्रयोग में सावधानियां
द्वितीयक आंकड़ों का प्रयोग करने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए
- क्या आंकड़े विश्वास करने योग्य हैं?
- क्या आंकड़े वर्तमान उद्देश्य के लिए उपयोगी हैं?
- क्या आंकड़े पर्याप्त हैं?
द्वितीयक आंकड़ों के दो महत्वपूर्ण स्रोत
- भारत की जनगणना भारत में जनगणना हर 10 वर्ष बाद होती है यह भारत के REGISTRAR GENERAL AND CENSUS COMMISSIONER द्वारा प्रकाशित किया जाता है यह द्वितीय आंकड़ों का एक महत्वपूर्ण स्रोत है
- राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय की रिपोर्ट एवं प्रकाशन
भारत में द्वितीयक आंकड़ों का एक महत्वपूर्ण स्रोत NSSO की रिपोर्ट तथा प्रकाशन है NSSO एक सरकारी संगठन है
NSSO: NATIONAL SAMPLE SURVEY OFFICE
तो हमें कमेंट में बताना कि आपको यह आर्टिकल कैसा लगा है अगर इस आर्टिकल में कुछ प्रॉब्लम है तो हमें कमेंट में जरूर बताना |