अकर्मक क्रिया – Akarmak Kriya

Akarmak Kriya: आज के लेख के माध्यम से हम जानेंगे अकर्मक क्रिया किसे कहते है? और अकर्मक क्रिया के उदाहरण भी देखेंगे।

अकर्मक क्रिया क्या हैं? परीक्षा के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण टॉपिक है. अक्सर इस विषय से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है. अतः परीक्षार्थियों को अकर्मक क्रिया क्या हैं? से जुड़े सभी सम्बंधित प्रश्नों का भलीभांति तैयार कर लेना चाहिए।

जैसा कि आप जानते हैं,  क्रिया के दो भेद होते हैं, अकर्मक क्रिया और सकर्मक क्रिया।

आज यहां हम आपको अकर्मक क्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं, इसलिए यदि आप अकर्मक क्रिया बारे में नहीं जानते हैं, तो इस लेख की मदद से, आप आज इस अकर्मक क्रिया को बेहतर तरीके से जान पाएंगे।

अकर्मक क्रिया – Akarmak Kriya

अकर्मक क्रिया क्या हैं?

अकर्मक क्रिया का मतलब होता है कर्म के बिना। जिन क्रियाओं को कर्म की जरूरत नहीं पढ़ती या जो क्रिया प्रश्न पूछने पर कोई उत्तर नहीं देती उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं।

जैसे :- तैरना, कूदना, सोना, ठहरना, उछलना, मरना, जीना, बरसना, रोना, चमकना, हँसता, चलता, दौड़ता, लजाना, होना, बढ़ना, खेलना, अकड़ना, डरना, बैठना, उगना, जीना, चमकना, डोलना, मरना, घटना, फाँदना, जागना, बरसना, उछलना, कूदना आदि।

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वाक्य उदाहरण :-

  • वह जगता है।
  • वे कूदते हैं।
  • सोना चमकता है।
  • पक्षी उड़ रहे हैं।
  • बच्चा हंस रहा है।
  • चूहे उछल रहे हैं।
  • मेरा भाई सो रहा है।
  • साँप रेंगता है।
  • रेलगाड़ी चलती है।
  • दुल्हन शर्मा आ रही है।
  • यह साइकिल चलती है।
  • मीरा डर गई है।
  • बालक सोता है।
  • बच्चा रोता है।

अकर्मक क्रिया के अन्य उदाहरण

सीता रोती है।

आशीष खाता है।

सुनील चढ़ता है।

मनीष सुनाता है।

जैसा कि आपने ऊपर दिए गए उदाहरणों में देखा कि इनमें कर्म का अभाव है।  इसका मतलब है कि वाक्य में कर्म नहीं है।

परिणामस्वरूप क्रिया का सीधा फल करता पर पड़ रहा है। जैसा कि हमें पता है कि जब वाक्य में कोई कर्म नहीं होता है तब क्रिया अकर्मक होती है। अतः ऊपर दिए गए उदाहरण भी अकर्मक क्रिया के अंतर्गत आयेंगे।

जब कर्म का अभाव होता है तो क्रिया का फल कर्ता पर पड़ता है। जब वाक्य में कोई कर्म नहीं होता तो क्रिया अकर्मक होती है। अतः यह सारे उदाहरण भी अकर्मक क्रिया के अंतर्गत आएंगे।

  • छिपकली कूदती है।
  • पक्षी उड़ता है।
  • रमेश स्कूल जाता है।
  • मनीष सुबह जल्दी उठता है।
  • सुहानी रोज स्नान करती है।
  • शक्तिमान उड़ता है।

ऊपर दिए गए उदाहरणों में आपने देखा कि मारता है, हिलता है, दौड़ता है, उड़ता है आदि क्रियाओं का सीधा असर कर्ता पर पड़ रहा है क्योंकि इन वाक्यों में कर्म का अभाव है।

जब कर्म का अभाव होता है तो क्रिया का फल कर्ता पर पड़ता है। जब वाक्य में कोई कर्म नहीं होता तो क्रिया अकर्मक होती है। अतः यह सारे उदाहरण भी अकर्मक क्रिया के अंतर्गत आएंगे।

इस आर्टिकल में अपने पढ़ा कि, अकर्मक क्रिया क्या हैं? हमे उम्मीद है कि उपर दी गयी जानकारी आपको आवश्य पसंद आई होगी। इसी तरह की जानकारी अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करे

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