लवण गुम्बद

(लवण गुम्बद) Salt dome in hindi :

यह बड़े महत्व की रचना है।  इसके क्रोड में लवण होता है तथा अगल बगल में अवसादी शैल।  अधिकांश में यह लवण का गुम्बद घुस जाता है। यह अनेक स्थानों में पाया जाता है तथा टेक्सास , लुसियाना , कोलोरेडो इत्यादि।

आकार तथा रूप :

ये लवण गुम्बद कई आकार में पाए जाते है।  इनके ऊपर के शैल पतले होते है।  यह गोला होता है तथा इसका व्यास 1 किलोमीटर से 3 किलोमीटर तक पाया जाता है।  इसकी संरचना में लवण (हैलाइट) अनिवार्य रूप से होता है।  इसके ऊपर कोई जलीय या मृदीय अवसादी शैल होती है।  कभी कभी इसके ऊपर ही एक गन्धक का गुंबद भी पाया जाता है।

कुछ गुम्बद उपरिशायी संस्तरों को भेद कर ऊपर आते है जिन्हे “संस्तरवेधी गुम्बद” कहा जाता है तथा कुछ ऐसे होते है जिनके चारों ओर शिलायें केवल मूड जाती है ऐसो को “अनुसंस्तरीय गुम्बद” कहा जाता है।  इनकी गहराई भी अलग अलग होती है।  कोई 1600 मीटर गहरा पाया गया , कोई छिछला।

आर्थिक महत्व :

लवण के रूप में इनका अत्यधिक महत्व है।  कभी कभी ऐसे क्षेत्रों में तेल ऐसी संरचनाओं के अंदर छिपा रहता है। अतिशय मात्रा में गंधक भी पाया जाता है।  जिप्सम , एनहाइट्राइट , पोटाश भी ऐसी संरचनाओं में छिपा पाया जाता है।

Remark:

दोस्तों अगर आपको इस Topic के समझने में कही भी कोई परेशांनी हो रही हो तो आप Comment करके हमे बता सकते है | इस टॉपिक के expert हमारे टीम मेंबर आपको जरूर solution प्रदान करेंगे|


यदि आपको https://hindilearning.in वेबसाइट में दी गयी जानकारी से लाभ मिला हो तो आप अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते है |

हम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *