यहां हमने यूपी बोर्ड कक्षा 6वीं की इतिहास एनसीईआरटी सॉल्यूशंस को दिया हैं। यह solutions स्टूडेंट के परीक्षा में बहुत सहायक होंगे | Student up board solutions for Class 6 History Chapter 2 पाषाण काल pdf Download करे| up board solutions for Class 6 History Chapter 2 पाषाण काल notes will help you. NCERT Solutions for Class 6 History Chapter 2 पाषाण काल pdf download, up board solutions for Class 6 history.
यूपी बोर्ड कक्षा 6 history के सभी प्रश्न के उत्तर को विस्तार से समझाया गया है जिससे स्टूडेंट को आसानी से समझ आ जाये | सभी प्रश्न उत्तर Latest UP board Class 6 history syllabus के आधार पर बताये गए है | यह सोलूशन्स को हिंदी मेडिअम के स्टूडेंट्स को ध्यान में रख कर बनाये गए है |
अभ्यास
प्रश्न 1.
रिक्त स्थान भरिए (रिक्त स्थान भरकर) –
(क) आग की खोज पुरापाषाण युग में हुई।
(ख) पुरापाषाण कालीन पत्थर के औजार बेडौल एवं भौड़ी आकृति वाले थे।
(ग) पहिए का आविष्कार नव पाषाण काल में हुआ।
प्रश्न 2.
उत्तर लिखिए –
(क) पाषाण युग को किसकी विशेषताओं के आधार पर बाँटा गया है ?
उत्तर :
पाषाण अर्थात पत्थर, काल अर्थात समय। मानव ने अपनी रक्षा और भूख मिटाने के लिए सर्वप्रथम पत्थर के औजारों का ही सबसे अधिक उपयोग किया, इसलिए इस युग को पाषाण काल कहते हैं। पत्थर से बने औजारों में समय-समय पर परिवर्तन हुए हैं, इसी आधार पर पाषाण युग को तीन भागों में बाँटा गया है- पुरापाषाण काल, मध्यपाषाण काल और नवपाषाण काल।
(ख) मानव ने आग जलाना कैसे सीखा?
उत्तर :
प्राचीन मानव औजार बनाने के लिए एक पत्थर पर दूसरे पत्थर से चोट मारते थे। इस प्रक्रिया में पत्थरों के आपस में टकराने पर चिनगारी निकली होगी और इस प्रकार मानव ने आग जलाना सीख लिया होगा।
(ग) पुरातत्वविद् नवपाषाण काल का प्रारम्भ कब से मानते हैं?
उत्तर :
पुरातत्वविद् नवपाषाण काल का आरंभ तब से मानते हैं, जब से मानव ने भली-भाँति खेती करना प्रारंभ कर दिया।
(घ) पाषाण युगीन मानव अपने औजार किन-किन वस्तुओं से बनाते थे?
उत्तर :
पाषाणयुगीन मानव अपने औजार प्रारम्भ में पत्थरों से बनाते थे। बाद में वे ताँबे, जस्ते, काँसे आदि धातुओं के प्रयोग से अपने औजार बनाने लगे।
(ड.) प्रारम्भिक मानव अपना भोजन किस प्रकार प्राप्त करते थे?
उत्तर :
प्रारंभिक मानव पत्थर से बने औजारों से पशुओं का शिकार कर अपना भोजन प्राप्त करते थे।
(च) मध्यपाषाण काल में हुए प्राकृतिक परिवर्तन का मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर :
मध्यपाषाण काल में प्रकृति में अनेक परिवर्तन हुए। जिसका प्रभाव मानव जीवन पर पड़ा। नई परिस्थिति से तालमेल बैठाने के लिए उसने छोटे उपकरण बनाना प्रारंभ कर किया जलवायु पुहले की अपेक्षा गर्म हुई तो पृथ्वी की उर्वरा शक्ति बढ़ी और घास- व वनस्पतियों के मैदान विकसित हुए। घास को खानेवाले छोटे जानवर जैसे हिरण, खरगोश, भेड़ बकरी पैदा हुए। मानव इन घासों को एकत्र करने लगी। इन घासों में कई आज के अनाजों की पूर्वज थीं। इनका प्रयोग मानव ने भोजन में किया। इस प्रकार मध्यपाषाण युग में मानव संग्राहक बन गया और उसने कुत्ता पालना शुरू कर दिया।
प्रश्न 3.
सही कथन के आगे सही (✓) का और गलत कथन के आगे गलत (✗) का निशान लगाएँ (निशान लगाकर)
(क) मानव ने अपनी जरूरतों के लिए पत्थर के औजारों का निर्माण नहीं किया। (✗)
(ख) पाषाण युग को तीन भागों में बाँटा गया है। (✓)
(ग) मध्य पाषाण कालीन पत्थर के औजार आकार में बड़े थे। (✗)
(घ) कुत्ता मानव का प्रथम पालतू पशु है। (✓)
(छ) हत्थेदार कुल्हाड़ी एवं हँसिया नवपाषाण काल के महत्त्वपूर्ण औजार नहीं थे। (✗)
(च) मानव ने ताँबे व जस्ते को मिलाकर मिश्रित धातु काँसा बनाना सीख लिया। (✓)
प्रश्न 4.
मानव ने इधर-उधर घूमने के बजाय एक ही स्थान पर रहना प्रारम्भ कर दिया क्योंकि –
(क) उन्हें एक ही स्थान पर जरूरत भर का पानी उपलब्ध था।
(ख) उनके पशुओं के लिये चारा पर्याप्त था।
(ग) उन्होंने खेती करना शुरू कर दिया था।
(घ) जंगली जानवर पर्याप्त मात्रा में मिलने लगे।
उपर्युक्त में जो सही हो उससे सम्बन्धित गोले को काला करिए।
प्रोजेक्ट कार्य –
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।
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