Bhu Dhatu Roop: हेलो स्टूडेंट्स, आज हम इस आर्टिकल में भू धातु के रूप (Bhu Dhatu Roop) के बारे में पढ़ेंगे | यह हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जिसे हर एक विद्यार्थी को जानना जरूरी है |
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Bhu Dhatu Roop
भू धातु रूप के पांचो लकार संस्कृत भाषा में। भू धातु का अर्थ होता है होना। भू धातु रूप के सभी लकारों में धातु रूप नीचे दिये गये हैं।
भू धातु के पांच लकार इस प्रकार है।
- लट् लकार – वर्तमान काल
- लोट् लकार – आदेशवाचक
- लङ् लकार – भूतकाल
- विधिलिङ् लकार – चाहिए के अर्थ में
- लृट् लकार – भविष्यत् काल
- भू धातु रूप लट् लकार – वर्तमान काल
पुरुष एकवचन द्विवचन वहुवचन
प्रथम पुरुष भवति भवतः भवन्ति
मध्यम पुरुष भवसि. भवथः भवथ
उत्तम पुरुष भवामि. भवावः भवामः
- भू धातु रूप लोट् लकार – आदेशवाचक
पुरुष एकवचन द्विवचन वहुवचन
प्रथम पुरुष भवतु भवताम् भवन्तु
मध्यम पुरुष भव भवतम् भवत
उत्तम पुरुष भवानि भवाव भवाम
- भू धातु रूप लङ् लकार – भूतकाल
पुरुष एकवचन द्विवचन वहुवचन
प्रथम पुरुष अभूत् अभूताम् अभूवन्
मध्यम पुरुष अभू: अभूतम् अभूत
उत्तम पुरुष अभूवम् अभूव अभूम
- भू धातु रूप विधिलिङ् लकार – चाहिए के अर्थ में
इसे भी पढ़े: संस्कृत कि 5 लकारे बताइये।
पुरुष एकवचन द्विवचन वहुवचन
प्रथम पुरुष भवेत् भवेताम् भवेयु:
मध्यम पुरुष भवे: भवेतम् भवेत
उत्तम पुरुष भवेयम् भवेव भवेम
- भू धातु रूप लृट् लकार – भविष्यत् काल
पुरुष एकवचन द्विवचन वहुवचन
प्रथम पुरुष भविष्यति भविष्यत: भविष्यन्ति
मध्यम पुरुष भविष्यसि भविष्यथ भविष्यथ
उत्तम पुरुष भविष्यामि भविष्याव: भविष्याम:
Bhu Dhatu Roop Video
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