Akarant Shabd Roop: आज के लेख के माध्यम से हम जानेंगे अकारांत शब्द के रूप किसे कहते है? और अकारांत शब्द के रूप भी देखेंगे।
संस्कृत भाषा में वाक्य बनाने के लिए शब्दों के रूप बनाने पड़ते है अतः वाक्य के निर्माण के लिए एक शब्द के अनेक रूप होने आवश्यक है।परीक्षाओं में भी खास कर अकारांत शब्द के रूप के ऊपर प्रश्न आता है। अगर आज आप ये शब्द रूप अच्छे से पढ़ेंगे, तो आपको परीक्षा में इसके ऊपर कोई समस्या नहीं होगी।
अकारांत शब्द के रूप – Akarant Shabd Roop
अकारांत शब्द के रूप किसे कहते है?
अकारांत संस्कृत [विशेषण] (शब्द या पद) जिसके अंत में ‘अ’ वर्ण हो, जैसे- कल, जन, वश आदि। अकारांत- विशेषण [संस्कृत अकारान्त] जिसके अंत में ‘अ’ अक्षर हो [को कहते हैं] ।
अकारांत :– पुल्लिंग [बालक] शब्द के रूप
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विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा बालक: बालकौ बालका:
द्वितीया बालकम् बालकौ बालकान्
तृतीया बालकेन बालकाभ्याम् बालकै:
चतुर्थी बालकाय बालकाभ्याम् बालकेभ्य:
पंचमी बालकात् बालकाभ्याम् बालकेभ्य:
षष्ठी बालकस्य बालकयो: बालकानाम्
सप्तमी बालके बालकयो: बालकेषु
सम्बोधन हे बालक ! हे बालकौ ! हे बालका: !
नोट– राम , नृप , गज , वानर, सर्प , कूप , तड़ाग , वृक्ष ,मनुष्य , मयूर , नाग , सिंह , खग , पाद , कुक्कुर , व्याघ्र , इंद्र , गणेश , जनक , कर, अश्व , सेवक ,चंद्र , छात्र , ईश्वर आदि शब्दों के रूप “बालक” के समान चलते है |
आर्टिकल में आपने अकारांत शब्द के रूप को पढ़ा। हमे उम्मीद है कि ऊपर दी गयी जानकारी आपको आवश्य पसंद आई होगी। इसी तरह की जानकारी अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करे ।