कोलराउस नियम क्या है _ अनुप्रयोग

कोलराउस नियम क्या है |अनुप्रयोग

हेलो स्टूडेंट्स, आज हम इस लेख में कोलराउस नियम क्या है |अनुप्रयोग के बारे में पढ़ेंगे |

कोलराउस नियम क्या है – kohlrausch’s law kise kahte hai:

“अन्नत तनुता पर , किसी विद्युत अपघट्य की मोलर चालकता का मान उस विद्युत अपघट्य के धन आयन तथा ऋण आयन की मोलर आयनिक चालकता या अलग अलग मोलर चालकता के योग के बराबर होती है , यही कोलराउस का नियम है।”

किसी विद्युत अपघट्य विलयन की मोलर चालकता का मान उन आयनों की प्रकृति पर निर्भर करता है जिनसे मिलकर विद्युत अपघट्य बना हुआ है तथा अन्नत तनुता पर किसी विद्युत अपघट्य विलयन की मोलर चालकता का मान धनायन और ऋणायन दोनों के योगदान के कारण उत्पन्न मोलर चालकता के योग के बराबर होती है|

अर्थात मोलर चालकता में कुछ योगदान धनायन प्रदान करता है तथा कुछ मोलर चालकता ऋणायन द्वारा प्रदान की जाती है इस प्रकार विद्युत अपघट्य विलयन की कुल मोलर चालकता का मान दोनों के योगदान के योग के बराबर होती है।

उदाहरण :

(1)  NaCl  ⇌ Na+  + Cl–

Λm0 (NaCl) = λNa+0  + λCl-0

(2)  KCl  ⇌ K+  +  Cl–

Λm0 (KCl) = λK+0  + λCl-0

(3)  CaCl2  ⇌ Ca2+  + 2Cl–

Λm0 (CaCl2) = λCa2+0  + 2λCl2-0

(4)  H2SO4  ⇌ 2H+  + SO42-

Λm0 (H2SO4) = 2λH+0  + λSO4(2-)0

(5)  Al2(SO4)3  ⇌ 2Al3+ + 3SO43-

Λm0 (Al2(SO4)3) = 2λAl3+0  + 3λ(SO4)3-0

कोलराउश नियम के अनुप्रयोग:

1.अनंत तनुता पर दुर्बल विधुत अपघट्य की मोलर चालकता का मान ज्ञात करना।

कोलराउस नियम की सहायता से दुर्बल विधुत अपघट्य जैसे CH3-COOH की अनंत तनुता पर मोलर चालकता निम्न प्रकार से ज्ञात करते है।

अनंत तनुता पर CH3-COOH निम्न प्रकार से आयनित होता है।

CH3-COOH  ⇌  CH3COO–  + H+

कोलराउस नियम से

Λm0 (CH3COOH) = λ CH3COO-0  + λ H+0                 (समीकरण 1 )

CH3COONa , HCl , NaCl प्रबल विधुत अपघट्यो की अनंत तनुता की मोलर चालकता की सहायता से CH3COOH  की सीमांत मोलर चालकता ज्ञात की जा सकती है।

CH3COONa  ⇌ CH3COO– + Na+

Λm0 (CH3COONa) = λ CH3COO-0  + λ Na+0                (समीकरण 2  )

HCl  ⇌ H+ + Cl–

Λm0 (HCl) = λ H+0  + λ Cl-0                                           (समीकरण 3  )

NaCl  ⇌ Na+  + Cl–

Λm0 (NaCl) = λ Na+0  + λ Cl-0                                          (समीकरण 4 )

समीकरण 2 व 3 को जोड़कर  समीकरण 4 घटाने पर

Λm0 (CH3COONa) + Λm0 (HCl) – Λm0 (NaCl)

= λ CH3COO-0  + λ H+0

अर्थात  हमें Λm0 (CH3COOH) प्राप्त  होता है।

अतः

Λm0 (CH3COOH)  =  Λm0 (CH3COONa) + Λm0 (HCl) – Λm0 (NaCl)

इसी प्रकार के NH4OH लिए

Λm0 (NH4OH)  =  Λm0 (NH4Cl) + Λm0 (NaOH) – Λm0 (NaCl)

इसी प्रकार के H2O लिए

Λm0 (H2O)  =  Λm0 (HCl) + Λm0 (NaOH) – Λm0 (NaCl)

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