पहले होली का नाम ' होलिका' या 'होलाका' था।
ईश्वर भक्त प्रल्हाद की याद में इस दिन होली जलाई जाती है।
मथुरा में लगभग 45 दिन के होली के पर्व का आरंभ वसंत पंचमी से ही हो जाता है।
महाराष्ट्र में गोविंदा होली अर्थात मटकी-फोड़ होली खेली जाती है।
तमिलनाडु में लोग होली को कामदेव के बलिदान के रूप में याद करते हैं।
होली के दिन भांग पीने का प्रचलन भी सैंकड़ों वर्षों से जारी है। कई लोग मानते हैं कि ताड़ी, भांग, ठंडाई और बजिये के बिना होली अधूरी है।
रंगों का यह त्योहार प्रमुख रूप से 3 दिन तक मनाया जाता है। पहले दिन होलिका को जलाया जाता है, जिसे होलिका दहन कहते हैं।