RBSE Solutions for Class 12 Economics Chapter 25 नकद विहीन लेनदेन

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Rajasthan Board RBSE Class 12 Economics Chapter 25 नकद विहीन लेनदेन

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 अभ्यासार्थ प्रश्न

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1.
समय और धन की बचत सम्भव है –
(अ) वस्तु विनिमय प्रणाली में
(ब) मौद्रिक प्रणाली में
(स) नकद लेन-देन में
(द) नकदी विहीन लेन-देन में
उत्तर:
(द)

प्रश्न 2.
निम्न में से नकदी विहीन लेन-देन कहा जाएगा –
(अ) नकद भुगतान
(ब) चेक से भुगतान
(स) केवल बड़े नोटों से भुगतान
(द) केवल सिक्कों से भुगतान
उत्तर:
(ब)

प्रश्न 3.
बैंक ऑनलाइन भुगतान में किस तकनीक का प्रयोग नहीं करते?
(अ) NTGS
(ब) NEFT
(स) RTGS
(द) IMPS
उत्तर:
(अ)

प्रश्न 4.
निम्न में से डिजिटल भुगतान की जिस विधि में इंटरनेट सुविधा आवश्यक नहीं है, वह है –
(अ) इंटरनेट बैंकिंग
(ब) E-Wallet
(स) स्वाइप कार्ड
(द) USSD तकनीक
उत्तर:
(द)

प्रश्न 5.
भारत सरकार द्वारा जारी की गई डिजिटल पेमेट ऐप का नाम है –
(अ) डिजिटल ऐप
(ब) भारत ऐप
(स) भीम ऐप
(द) पेमेंट ऐप
उत्तर:
(स)

प्रश्न 6.
निम्न में से कौन-सा तरीका परम्परागत तरीके से नकदी विहीन भुगतान के लिए अपनाया जाता रहा है?
(अ) E-Wallet
(ब) इंटरनेट बैंकिंग
(स) चेक या ड्राफ्ट
(द) क्रेडिट/डेबिट कार्ड
उत्तर:
(स)

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 अतिलघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
नकदी विहीन भुगतान का अर्थ लिखिए।
उत्तर:
बिना नकद के आर्थिक लेन-देन नकदी विहीन भुगतान कहलाता है।

प्रश्न 2.
चेक बुक कहाँ से प्राप्त की जा सकती है?
उत्तर:
चेक बुक बैंक से प्राप्त की जाती है।

प्रश्न 3.
किसी भी प्रकार की मोबाइल ऐप कहाँ से डाउनलोड की जा सकती है?
उत्तर:
एन्ड्रायड फोन में ऐप गुगल प्ले स्टोर से नि:शुल्क डाउनलोड किये जा सकते हैं।

प्रश्न 4.
बैंक द्वारा आनलाइन भुगतान की कोई एक विधि का नाम लिखिए।
उत्तर:
रेल टिकट का इंटरनेट बैंकिंग से भुगतान।

प्रश्न 5.
भीम (BHIM) ऐप का विस्तृत नाम लिखिए।
उत्तर:
भारत इंटरफेस फॉर मनी’ (Bharat Interface for Money)

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 लघु उत्तरात्मक प्रश्न्

प्रश्न 1.
नकदी विहीन लेन-देन के कोई चार माध्यम बताइए।
उत्तर:
नकदी विहीन लेन-देन के चार माध्यम निम्न हैं –

  1. चेक द्वारा भुगतान
  2. इंटरनेट द्वारा
  3. स्वाइप मशीन द्वारा
  4. एटीएम मशीन द्वारा।

प्रश्न 2.
नकदी विहीन लेन-देन की उपयोगिता पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
देश के आर्थिक सौदों में नकद का अधिक प्रचलन जहाँ एक ओर कालाबाजारी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है वहीं दूसरी ओर नोट निर्गमन प्रणाली पर भारी दबाव पड़ता है। अत: नकदी विहीन लेन-देन जहाँ एक ओर समय की माँग है। वहीं अर्थव्यवस्था में सुविधायुक्त एवं सुरक्षित लेन-देन के लिए भी आवश्यक माना जाने लगा है।

प्रश्न 3.
ई-कॉमर्स को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
ई-कॉमर्स या ई-व्यवसाय व्यापार की एक उन्नत तकनीक है जिसमें इंटरनेट के माध्यम से व्यापार का संचालन किया जाता है। इसके अन्तर्गत उपभोक्ता न केवल वस्तु एवं सेवा घर बैठे खरीद सकता है बल्कि एक विक्रेता भी अपने सभी प्रकार के उत्पाद दुनिया भर में कहीं भी बेच सकता है।

प्रश्न 4.
डिजिटल लेन-देन में कौन-कौन-सी सावधानियाँ रखना आवश्यक है?
उत्तर:
डिजिटल लेन-देन में निम्न सावधानियाँ रखनी चाहिए –

  1. ATM पिन को गोपनीय रखना चाहिए।
  2. मोबाइल ऐप का ऑफिशियल सोर्स देखकर ही इस्तेमाल करना चाहिए।
  3. अपना मोबाइल अनजान व्यक्ति को नहीं देना चाहिए।
  4. किसी भी प्रकार की पूछताछ संदिग्ध लगने पर तुरन्त अपने बैंक से सम्पर्क करना चाहिए।

प्रश्न 5.
नकदी विहीन लेन-देन की कोई चार सीमाएँ बताइये।
उत्तर:
नकदी विहीन लेन-देन की निम्न सीमाएँ हैं –

  1. अशिक्षित वर्ग को कठिनाई – नकद विहीन अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने में सबसे बड़ी बाधा देश में कम पढ़े-लिखे व अशिक्षित लोगों का एक बड़ा वर्ग है जो इसके लाभ को सीमित कर देता है।
  2. बैंकिंग आदतों में कमी – विकासशील देशों की एक महत्त्वपूर्ण आर्थिक समस्या यह है कि लोगों की बैंकिंग आदतों में रूचि कम पायी जाती है।
  3. धोखाधड़ी की आंशका – धोखाधड़ी की आशंका के कारण लोग नकद विहीन लेन-देन से बचने का प्रयास करते हैं। यदि वे अपना गुप्त पासवर्ड सुरक्षित रखें तो ऐसा होना लगभग असम्भव है।
  4. बैंकिंग सुविधाओं का विस्तार सीमित – बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सीमित बैंकिंग सुविधा भी नकदी विहीन लेन-देन की दिशा में एक बड़ी बाधा का कार्य करती है।

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
ई-कॉमर्स व्यापार की तकनीक में डिजिटल भुगतान के तरीके किस प्रकार सहायक होते हैं?
उत्तर:
ई-कॉमर्स या ई-व्यवसाय व्यापार की एक उन्नत और नवीन तकनीक है जिसमें इंटरनेट के माध्यम से व्यापार का संचालन किया जाता है। इसके अन्तर्गत उपभोक्ता न केवल वस्तु एवं सेवा घर बैठे खरीद सकता है बल्कि एक विक्रेता भी अपने सभी प्रकार के उत्पाद दुनिया भर में कहीं भी बेच सकता है। इसमें व्यापारी अपने ग्राहकों से अपने उत्पाद के बारे में प्रतिक्रिया भी प्राप्त कर सकते हैं। बुनियादी ढाँचे, उपभोक्ता और मूल्य वर्धित प्रकार के व्यापारों के लिए इंटरनेट कई अवसर प्रस्तुत करता है। वर्तमान में कम्प्यूटर, दूरसंचार और केवल टेलीविजन व्यवसायों में बड़े पैमाने पर उपयोग किये जा रहे हैं। सन् 1990 से ही वाणिज्यिक फर्मों ने अपने उत्पादों के विज्ञापन और बिक्री बढ़ाने के लिए इंटरनेट का उपयोग करना प्रारम्भ कर दिया था। ऑनलाइन शॉपिंग नेटवर्क वाणिज्यिक गतिविधियों का एक बड़ा भाग बन चुका है। इक्कीसवीं शताब्दी में ऑनलाइन व्यापारों के लिए असीम अवसर और प्रतिस्पर्धा का वातावरण प्रदान किया जा रहा है। अत: डिजिटल भुगतान के माध्यम से ही नकदी विहीन लेन-देन हो सकते हैं। डिजिटल भुगतान पर सरकार भी जोर दे रही है। जिससे कि कम समय में अच्छी वस्तुएँ और सेवाएँ प्राप्त की जा सकें।

प्रश्न 2.
नकदी विहीन लेन-देन क्या है? इसके प्रमुख माध्यमों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
उत्तर:
नकदी विहीन लेन-देन शब्द से ही इसका सरल अर्थ लगाया जा सकता है अर्थात् बिना नकद के आर्थिक लेन-देन। इसे प्रकार का लेन-देन क्रेता एवं विक्रेता वस्तु एवं सेवाओं के बदले गैर-नकद या नकद रहित रूप में करते हैं। यह अनेक बैंक खातों में राशि के स्थानान्तरण से सम्भव होता है। यह ई-कॉमर्स का ही एक माध्यम कहा जा सकता है जो कि भारत में लगभग एक दशके पूर्व प्रारम्भ हो चुका है।

नकदी विहीन लेन-देन के माध्यम

(i) चेक या ड्राफ्ट द्वारा भुगतान – नकदी विहीन लेन-देन का सबसे सरल तरीका चेक या ड्राफ्ट के द्वारा किया गया भुगतान है। इसमें क्रेता अपने बैंक खाते पर जारी चेक बुक अपने पास रखता है और किसी भी सौदे का भुगतान कभी भी कहीं भी चेक द्वारा विक्रेता को आसानी से कर सकता है। इसी प्रकार बड़े सौदों के लिए ड्राफ्ट का प्रयोग किया जाता है।

(ii) इंटरनेट बैंकिंग द्वारा भुगतान – नकद विहीन लेन-देन का दूसरा माध्यम इंटरनेट बैंकिंग हैं जिसके द्वारा ग्राहक विक्रेता से घर बैठे ऑनलाइन अनेक वस्तुएँ एवं सेवाएँ खरीद सकता है। इस प्रकारे हम बिना नकद भुगतान किये घर बैठे वस्तुएँ खरीद सकते हैं। रेल टिकट, हवाई टिकट, फिल्म टिकट आदि सेवाओं के लिए शुल्क भुगतान आसानी से इंटरनेट बैंकिंग द्वारा किया जा सकता है। ऑनलाइन शॉपिंग के अन्तर्गत किसी भी प्रकार की वस्तु या सेवा का घर बैठे क्रय आदेश दिया जा सकता है।

(iii) स्वाइप मशीन द्वारा भुगतान – अनेक व्यापारिक बैंक प्रतिष्ठित फर्मों को अनेक चालू खातों पर स्वाइप मशीन उपलब्ध कराते हैं। इस मशीन के द्वारा विक्रेता फर्म अपने ग्राहकों से वस्तु या सेवा के बदले भुगतान प्राप्त करते हैं। भुगतान की गई राशि सीधे फर्म के खाते में स्थानान्तरित की जाती है। ग्राहक इस सेवा का लाभ उठाने के लिए क्रेडिट व डेबिट कम एटीएम कार्ड का उपयोग करते हैं।

(iv) एटीएम मशीन द्वारा भुगतान – नकद विहीन भुगतान के अन्तर्गत क्रेता अपने एटीएम कार्ड से विक्रेता के खाते में सीधे राशि स्थानान्तरित कर सकता है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए क्रेता व विक्रेता दोनों का ही खाता एक ही बैंक में होना चाहिए। बैंक के IFSC कोड की भी जानकारी होना आवश्यक है।

(v) मोबाइल ऐप द्वारा – वर्तमान दौर में मोबाइल का प्रचलन बहुत अधिक बढ़ा है। स्मार्ट फोन में विभिन्न ऐप के माध्यम से नकद विहीन लेन-देन सरलता से किया जाता है। नकद विहीन लेन-देन के लिए अनेक बैंकों ने E-Wallet ऐप जारी किए हैं। इसी प्रकार अनेक देशी एवं विदेशी कम्पनियाँ भी इस प्रकार के एन्ड्रायड फोन ऐप लेकर आयी हैं। E-Wallet की सहायता से हम अनेक बिलों का भुगतान घर बैठे आसानी से कर सकते हैं। हाल ही में भारत सरकार द्वारा ऐसी ही ‘भीम’ (BHIM-Bharat Interface for Money) ऐप जारी की गई है। प्रधानमंत्री जी ने डिजिटल लेन-देन के प्रति भरोसा कायम रखने के लिए यह ऐप जारी किया है।

(vi) USSD तकनीक द्वारा – Unstructured Supplementary Service Data तकनीक के द्वारा हम बिना स्मार्ट फोन तथा इंटरनेट सुविधा के एक साधारण मोबाइल से भी इसका उपयोग कर सकते हैं। इस सुविधा का लाभ लेने के लिए व्यक्ति को अपने मोबाइल से *99# डायल करके अपने बैंक के पहले तीन अक्षर या IFSC कोड के पहले चार अक्षर दर्ज कराने होते हैं।

(vii) Micro ATM’s के द्वारा – इसी प्रकार AADHAAR Enabled Payment System (AEPS) के द्वारा भी हम अपने आधार कार्ड के द्वारा POS (Micro ATM’s) मशीन पर अँगुलियों को स्कैन कराके भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए हमारा बैंक खाता आधार नम्बरों से जुड़ा होना आवश्यक है।

प्रश्न 3.
नकदी विहीन लेन-देन का अर्थ बताइए। इसके लाभों का विस्तार से वर्णन करते हुए इसकी सीमाएँ लिखिए।
उत्तर:
नकदी विहीन लेन – देन शब्द से ही इसको अर्थ लगाया जा सकता है अर्थात् बिना नकद के आर्थिक लेन-देन। इस प्रकार का लेन-देन क्रेता एवं विक्रेता, वस्तु एवं सेवाओं के बदले और नकद या नकद रहित रूप में करते हैं। यह अनेक बैंक खातों में राशि स्थानान्तरण से समझा जाता है। यह ई-कॉमर्स का ही एक माध्यम कहा जा सकता है जो कि भारत में लगभग एक दशक पूर्व प्रारम्भ हो चुका है।

नकद विहीन लेन-देन के लाभ – नकद विहीन लेन-देन एक ओर जहाँ समय की माँग है वहीं अर्थव्यवस्था में सुविधायुक्त एवं सुरक्षित लेन-देन के लिए भी आवश्यक माना जाने लगा है। वर्तमान समय में यह एक बेहतर विकल्प प्रस्तुत करता है। अर्थव्यवस्था में बढ़ते हुए आर्थिक लेन-देन को देखते हुए नकदी विहीन लेन-देन एक सरल एवं सुविधाजनक विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से इसके कुछ महत्त्वपूर्ण लाभ इस प्रकार है –

(i) समय व धन की बचत – नकदी विहीन लेन-देन का सबसे बड़ा फायदा ग्राहक वर्ग को है। अनेक प्रकार के बिल काउन्टर पर जाकर जमा कराने होते हैं जिससे आने-जाने का समय व धन खर्च होता है। आजकल ऑनलाइने बाजार खरीद पर उपभोक्ताओं को विशेष छूट दी जाती है।

(ii) नकद रखने से छुटकारा – अनेक अवसरों पर बड़ी खरीदारी करने के लिए अधिक मात्रा में नकद अपने पर्स या जेबों में इधर-उधर ले जाना पड़ता है जो कि असुविधाजनक एवं असुरक्षित होता है। ऐसे में नकदी विहीन लेन-देन का माध्यम अपनाने से अधिक मात्रा में नकद रखने से छुटकारा मिलता है।

(iii) बैंकों पर दबाव में कमी – अर्थव्यवस्था में लोगों द्वारा अधिक से अधिक नकदी विहीन लेन-देन की आदत अपनाने से बैंकों पर अनावश्यक दबाव में कमी आती है। लोग बार-बार बैंकों में नकदी की माँग के लिए जाते हैं। इसके अलावा बैंकों को नकदी का हिसाब-किताब कम रखना पड़ता है। बैंकों में खाते कम्प्यूटरीकृत होने से खातों में पैसा स्वत: ही खाताधारकों द्वारा खर्च और जमा होता रहता है।

(iv) राजस्व में वृद्धि – नकद विहीन लेन-देन का एक लाभ यह भी है कि क्रेता द्वारा भुगतान की गई राशि सीधे विक्रेता के चालू खाते में जमा होती है जिससे उसकी आय का सटीक अनुमान लगाना सम्भव हो पाता है।

(v) कालाबाजारी में कमी – बाजार में होने वाले आर्थिक सौदे यदि नकदी विहीन होने लगें तो सरकार के लिए यह पता लगाना आसान हो जाता है कि किस व्यापारी ने कैब और कितना माल खरीदा है। इससे किसी आवश्यक सामग्री को कालाबाजारी के उद्देश्य से संग्रह करने पर पाबंदी लगेगी।

(vi) अवैध कार्यों पर लगाम – अर्थव्यवस्था में अनेक ऐसे आर्थिक लेन-देन होते हैं जो सट्टे के उद्देश्य से सम्पादित किये जाते हैं किन्तु सरकार की नजरों से बच जाते हैं। इस प्रकार के अवैध कार्यों में प्रमुखत: जमीन के सौदे एवं रियल एस्टेट में जमीनों की ब्रिकी अधिक मूल्य को कम दिखाकर या कम मूल्य को अधिक दिखाकर नकद में लेन-देन किये जाते हैं।

नकदी विहीन लेन-देन की समीएँ।

(i) अशिक्षित वर्ग को कठिनाई – नकद विहीन अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने में सबसे बड़ी बाधा देश में कम पढ़े-लिखे व अशिक्षित लोगों का एक बड़ा वर्ग है जो इसके लाभ को सीमित कर देता है।

(ii) बैंकिंग आदतों में कमी – विकासशील देशों की एक महत्त्वपूर्ण आर्थिक समस्या है कि लोगों की बैंकिंग आदतों में रुचि कम पायी जाती है। भारत जैसे विशाल देश में प्रधानमंत्री जन-धन खाता योजना के अन्तर्गत करोड़ों लोगों के बैंकों में निःशुल्क खाते खोले गए, किन्तु लोग इनका सुचारु उपयोग नहीं कर पाते हैं।

(iii) धोखाधड़ी की आशंका – धोखा-धड़ी की आशंका के कारण लोग नकद विहीन लेन-देन से बचने का प्रयास करते हैं। यदि वे अपना गुप्त पासवर्ड सुरक्षित रखें तो ऐसा होना लगभग असम्भव है।

(iv) अनेक सौदों में अनुपयोगी – अर्थव्यवस्था में कुछ ऐसे सौदे होते हैं जिनमें नकद विहीन लेन-देन लगभग अनुपयोगी साबित होता है। जैसे-छोटे व्यवसाय करने वाले कामगार, मोची, धोबी, प्रेस, सब्जी वाला, दूध वाला, दिहाड़ी मजदूर, मिस्त्री, सफाई कर्मी आदि नकद भुगतान को ही महत्त्व देते हैं।

(v) बैंकिंग सुविधाओं का विस्तार सीमित – बड़ी अर्थव्यवस्था में सीमित बैंकिंग सुविधा भी नकदी विहीन लेन-देन की दिशा में एक बड़ी बाधा का कार्य करती है। भारत जैसे बड़े देश में अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाएँ पर्याप्त रूप से नहीं पहुंच पाई है। ऐसे में पर्याप्त बैंकिंग सुविधाओं के अभाव में नकदी विहीन लेन-देन केवल शहरी क्षेत्रों तक ही सीमित होकर रह जाएगा।

(vi) सायबर अपराधों पर रोकथाम हेतु प्रभावी कानून की कमी – भारतीय परिवेश में आज भी नकदी विहीन लेन-देन करने वाले ग्राहकों के अधिकारों को संरक्षण प्रदान करने वाले कानूनों का अभाव है। नकदी विहीन लेन-देनों के दौरान किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने पर त्वरित रोकथाम एवं कार्यवाही हेतु प्रभावी कानून के अभाव में सालों तक लोगों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ती है।

प्रश्न 4.
निम्न पर टिप्पणी लिखिए
(i) E-Wallet
(ii) USSD
(iii) AEPS
(iv) NEFT
उत्तर:
(i) E-Wallet – E-Wallet एक ऐप है। नकद विहीन लेन-देन के लिए अनेक बैंकों ने E-Wallet ऐप जारी किए है। ग्राहक अपने ATM कार्ड से या इंटरनेट बैंकिंग से E-Wallet खाते में राशि स्थानान्तरित कर सकता है। E-Wallet की सहायता से हम अनेक बिलों का भुगतान घर बैठे आसानी से कर सकते हैं। यह ऐप स्मार्ट फोन में डाउनलोड किये जाते हैं। E-Wallet के माध्यम से नकद विहीन लेन-देन सरलता से किया जा सकता है।

(ii) USSD – Unstructured Supplementary Service Data तकनीक के द्वारा हम बिना स्मार्ट फोन तथा इंटरनेट सुविधा के एक साधारण मोबाइल से भी इसका उपयोग कर सकते हैं। इस सुविधा का लाभ लेने के लिए व्यक्ति को अपने मोबाइल से *99# डायल करके अपने बैंक के पहले तीन अक्षर या IFSC कोड के पहले चार अक्षर दर्ज कराने होते हैं। जरूरी जानकारी दर्ज करने के पश्चात् आपको MMID और MPIN प्राप्त होते हैं। किसी भी व्यक्ति को भुगतान करने के लिए उसके मोबाइल नम्बर और MMID नम्बर/कोड पता होने चाहिए तथा भुगतान सुनिश्चित करने के लिए अपने MPIN (गोपनीय) दर्ज करने पड़ते हैं। अत: यह एक सरल और सबसे सहज नकद विहीन लेन-देन का माध्यम है।

(iii) AEPS – AADHAAR Enabled Payment System (AEPS) के द्वारा भी हम अपने आधार कार्ड के द्वारा POS (Micro ATM’s) मशीन पर अँगुलियों को स्कैन कराके भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए हमारा बैंक आधार नम्बरों से जुड़ा होना आवश्यक है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको अपने आधार नम्बर तथा बैंक खाता संख्या का पता होना चाहिए।

(iv) NEFT – National Electronic Fund Transfer एक बहुप्रचलित तरीका है। इसके जरिये किसी भी ग्राहक को या क्लाइंट को बहुत कम समय में इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से पैसे ट्रान्सफर कर सकते हैं। हालाँकि इसमें समय लगता है लेकिन फिर भी यह समय सुविधा को देखते हुए बहुत कम है। यह सुविधा नवम्बर 2005 से शुरू की गई और आज के समय में करीब हर राष्ट्रीय स्तर के बैंक में इस सुविधा का लाभ लिया जा सकता है।

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1.
नकद विहीन लेन-देन का माध्यम है –
(अ) इंटरनेट बैंकिंग द्वारा भुगतान
(ब) स्वाइप मशीन द्वारा भुगतान
(स) एटीएम मशीन द्वारा भुगतान
(द) ये सभी
उत्तर:
(द)

प्रश्न 2.
भारत सरकार द्वारा जारी किये गए ऐप का नाम है
(अ) E-Wallet
(ब) BHIM
(स) amazon
(द) AxisPay
उत्तर:
(ब)

प्रश्न 3.
किस तकनीक के माध्यम से बिना स्मार्ट फोन के भी नकद विहीन लेन-देन कर सकते हैं?
(अ) USSD
(a) BHIM
(स) Micro ATM’s
(द) ये सभी
उत्तर:
(अ)

प्रश्न 4.
नकद विहीन लेन-देन का लाभ है –
(अ) समय व धन की बचत
(ब) नकद रखने से छुटकारा
(स) राजस्व में वृद्धि
(द) ये सभी
उत्तर:
(द)

प्रश्न 5.
सरकार द्वारा विमौद्रीकरण का प्रयोग करते हुए अर्थव्यवस्था से ₹ 500 व ₹ 1,000 के नोटों को कब बन्द किया गया?
(अ) 9 नवम्बर, 2016
(ब) 12 नवम्बर, 2016
(स) 9 नवम्बर, 2015
(द) 12 नवम्बर, 2015
उत्तर:
(अ)

प्रश्न 6.
सरकार ने डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए और नकदी विहीन लेन-देन को लोकप्रिय बनाने के लिए विज्ञापन पर कितने रुपये व्यय किए हैं?
(अ) ₹ 100 करोड़
(ब) ₹ 50 करोड़
(स) ₹ 94 करोड़
(द) ₹ 60 करोड़
उत्तर:
(स)

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 अतिलघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
ई-कॉमर्स क्या है?
उत्तर:
ई-कॉमर्स या ई-व्यवसाय व्यापार की एक उन्नत और नवीन तकनीक है जिसमें इंटरनेट के माध्यम से व्यापार का संचालन किया जाता है।

प्रश्न 2.
ई-कॉमर्स से उपभोक्ता व क्रेता को क्या फायदा है?
उत्तर:
ई-कॉमर्स के अन्तर्गत उपभोक्ता घर बैठे वस्तुएँ या सेवाएँ खरीद सकता है तथा एक विक्रेता भी अपने उत्पाद दुनिया भर में कहीं भी बेच सकता है।

प्रश्न 3.
इक्कीसवीं सदी में किस प्रकार के व्यापारों के लिए असीम अवसर और प्रतिस्पर्धा का वातावरण प्रदान किया जा रहा है?
उत्तर:
ऑनलाइन व्यापारों के लिए।

प्रश्न 4.
नकद विहीन लेन-देन के दो माध्यम बताओ।
उत्तर:

  1. चेक या ड्राफ्ट द्वारा भुगतान
  2. स्वाइप मशीन द्वारा भुगतान।

प्रश्न 5.
ग्राहक स्वाइप मशीन का लाभ कैसे ले सकते हैं?
उत्तर:
ग्राहक इस सेवा का लाभ उठाने के लिए डेबिट कार्ड कम एटीएम कार्ड एवं क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं।

प्रश्न 6.
BHIM ऐप का पूरा नाम लिखो।
उत्तर:
Bhart Interface for Money.

प्रश्न 7.
BHIM ऐप किस प्रकार का ऐप है?
उत्तर:
BHIM ऐप एक सरकारी ऐप है।

प्रश्न 8.
BHIM ऐप किस व्यक्ति को समर्पित है?
उत्तर:
डॉ. भीमराव अम्बेडकर को।

प्रश्न 9.
USSD तकनीक का पूरा नाम क्या है?
उत्तर:
Unstructured Supplementary Service Data

प्रश्न 10.
AEPS का पूरा नाम लिखो।
उत्तर:
AADHAAR Enabled Payment System

प्रश्न 11.
नकदी विहीन लेन-देन का एक लाभ लिखो।
उत्तर:
समय व धन की बचत।

प्रश्न 12.
नकदी विहीन लेन-देन की एक सीमा लिखो।
उत्तर:
अशिक्षित वर्ग को कठिनाई।

प्रश्न 13.
डिजिटल लेन-देन के दौरान रखी जाने वाली एक सावधानी बताओ।
उत्तर:
किसी प्रकार की पूछताछ संदिग्ध लगने पर तुरन्त अपने बैंक से सम्पर्क करना चाहिए।

प्रश्न 14.
मोबाइल ऐप का प्रयोग कब करना चाहिए?
उत्तर:
मोबाइल ऐप का ऑफिशियल सोर्स देखकर ही प्रयोग करना चाहिए।

प्रश्न 15.
खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर को क्यों नहीं बदलना चाहिए?
उत्तर:
क्योंकि उसी नम्बर पर आपके लेन-देन सम्बन्धी तथा OTP संदेश प्राप्त होते हैं।

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 लघु उत्तरात्मक प्रश्न (SA-I)

प्रश्न 1.
किस प्रकार के व्यापारों के लिए इंटरनेट उपयोगी है?
उत्तर:
बुनियादी ढाँचे, उपभोक्ता और मूल्य वर्धित प्रकार के व्यापारों के लिए इंटरनेट कई अवसर प्रस्तुत करता है।

प्रश्न 2.
वर्तमान में डिजिटलाइजेशन के लिए कौन-से माध्यम उपयोग किये जा रहे हैं?
उत्तर:
वर्तमान में कम्प्यूटर, दूरसंचार और केवल टेलीविजन व्यवसायों में बड़े पैमाने पर उपयोग किये जा रहे हैं।

प्रश्न 3.
वाणिज्यिक फर्मों ने अपने उत्पादों के विज्ञापन और बिक्री बढ़ाने के लिए किसका उपयोग प्रारम्भ किया?
उत्तर:
वाणिज्यिक फर्मों ने अपने उत्पादों के विज्ञापन और बिक्री बढ़ाने के लिए इंटरनेट का उपयोग प्रारम्भ किया है।

प्रश्न 4.
विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था में सरकार किस प्रकार के लेन-देनों के लिए प्रेरित कर रही है?
उत्तर:
विकासशील देशो की अर्थव्यवस्था में सरकार नकदी विहीन लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित कर रही हैं।

प्रश्न 5.
नकदी विहीन लेन-देन किन साधनों के द्वारा किया जा सकता है?
उत्तर:
क्रेडिट कार्ड, एटीएम कम डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग तथा चेक आदि के द्वारा नकदी विहीन लेन-देन किया जाता है।

प्रश्न 6.
नकदी विहीन लेन-देन किसका माध्यम कहा जा सकता है?
उत्तर:
यह ई-कॉमर्स का ही एक माध्यम कहा जा सकता है, जो कि भारत में एक दशक पूर्व ही प्रारम्भ हो चुका है।

प्रश्न 7.
नकदी विहीन लेन-देन के कोई चार माध्यम बताइये।
उत्तर:

  1. चेक या ड्राफ्ट द्वारा भुगतान
  2. इंटरनेट बैंकिंग द्वारा भुगतान
  3. स्वाइप मशीन द्वारा भुगतान
  4. मोबाइल ऐप द्वारा भुगतान

प्रश्न 8.
नकदी विहीन लेन-देन के कोई चार लाभ लिखिए।
उत्तर:

  1. समय व धन की बचत
  2. नकद रखने से छुटकारा
  3. बैंकों पर दबाव में कमी
  4. कालाबाजारी में कमी

प्रश्न 9.
नकदी विहीन लेन-देन की कोई चार सीमाएँ बताइए।
उत्तर:

  1. अशिक्षित वर्ग को कठिनाई।
  2. बैंकिंग आदतों में कमी
  3. धोखा धड़ी की आशंका
  4. अनेक सौदों में अनुपयोगी

प्रश्न 10.
नकद विहीन लेन-देन की दो उपयोगिता बताइए।
उत्तर:

  1. अर्थव्यवस्था में सुरक्षित एवं सुविधायुक्त लेन-देन
  2. कम समय में अधिक लेन-देन

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 लघु उत्तरात्मक प्रश्न (SA-II)

प्रश्न 1.
विकासशील अर्थव्यवस्था नकदी विहीन लेन-देन को बढ़ावा क्यों दे रही है?
उत्तर:
21वीं सदी में तेजी से बदलते परिवेश में अनेक देशों की अर्थव्यवस्था विकासशील स्तर से विकसित स्थिति की ओर अग्रसर है। अर्थव्यवस्था में आर्थिक लेन-देन में व्यापक रूप से मुद्रा को नकद रूप में प्रयोग होता है। ऐसे में देश में नकद सौदों के लिए नकद मुद्रा का प्रचलन बढ़ता है। अत: मुद्रा की माँग में अत्यधिक वृद्धि होती है। नोट छपाई, निर्गमन से लेकर प्रचलन तक बैंक को बहुत अधिक लागत वहन करनी पड़ती है। अतः यह विकासशील देश में अर्थव्यवस्था में सरकार नकदी विहीन लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित करने लगे हैं।

प्रश्न 2.
ई-कॉमर्स को समझाइए।
उत्तर:
ई-कॉमर्स या ई-व्यवसाय व्यापार की एक उन्नत और नवीन तकनीक है, जिसमें इंटरनेट के माध्यम से व्यापार का संचालन किया जाता है। इसके अन्तर्गत उपभोक्ता न केवल वस्तु एवं सेवा घर बैठे खरीद सकता है बल्कि एक विक्रेता भी अपने सभी प्रकार के उत्पाद दुनियाभर में कहीं भी बेच सकता है। इसमें व्यापारी अपने ग्राहकों से अपने उत्पाद के बारे में प्रतिक्रिया भी प्राप्त कर सकते हैं।

प्रश्न 3.
नकदी विहीन लेन-देन समझाइये।
उत्तर:
नकदी विहीन लेन-देन शब्द से ही सरल अर्थ निकाला जा सकता है अर्थात् बिना नकद के आर्थिक लेन-देन। इस प्रकार के लेन-देन क्रेता एवं विक्रेता वस्तु एवं सेवाओं के बदले गैर-नकद या नकद रहित रूप में करते हैं। यह अनेक बैंक खातों में राशि के स्थानान्तरण से होता है। यह लेन-देन क्रेडिट कार्ड, एटीएम कम, डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग तथा चेक आदि के द्वारा भी प्राप्त किया जा सकता है।

प्रश्न 4.
चेक या ड्राफ्ट द्वारा भुगतान को समझाइए।
उत्तर:
नकदी विहीन भुगतान का सबसे सरल तरीका चेक या ड्राफ्ट के द्वारा किया गया भुगतान है। इसमें क्रेता अपने बैंक खाते पर जारी चेक बुक अपने पास रखता है और किसी भी सौदे का भुगतान कभी भी कहीं भी चेक द्वारा विक्रेता को आसानी से कर सकता है।

प्रश्न 5.
भीम क्या है?
उत्तर:
भीम (Bharat Interface for Money) भारत सरकार द्वारा जारी एक ऐप है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने डिजिटल लेन-देन के प्रति भरोसा कायम रखने के लिए यह सरकारी ऐप जारी किया है। इस ऐप को भारत के संविधान निर्माता और आर्थिक एवं सामाजिक चिन्तक डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम पर समर्पित किया गया है। यह ऐप लगभग राष्ट्रीय बैंक एवं कुछ निजी बैंकों से सम्बन्धित है।

प्रश्न 6.
नकद विहीन लेन-देन की क्या उपयोगिता है?
उत्तर:
देश के आर्थिक सौदों में नकद का अधिक प्रचलन जहाँ एक ओर कालाबाजारी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है वहीं दूसरी ओर नोट निर्गमन प्रणाली पर भारी दबाव बनाता है। अधिक मात्रा में नकदी सौदों से बैंकों पर प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से भार पड़ता है। अत: नकद विहीन लेन-देनं जहाँ एक और समय की माँग है वहीं अर्थव्यवस्था में सुविधायुक्त एवं सुरक्षित लेन-देन के लिए आवश्यक माना जाने लगी है। वर्तमान समय में यह एक बेहतर विकल्प प्रस्तुत करता है।

प्रश्न 7.
डिजिटल लेन-देन के दौरान रखी जाने वाली सावधानियाँ बताइए।
उत्तर:
डिजिटल लेन-देन के दौरान रखी जाने वाली निम्न सावधानियाँ हैं –

  1. ATM कम डेबिट कार्ड के इस्तेमाल को लेकर बैंक से आने वाले संदेश या पूछताछ में अपने गुप्त विवरण उजागर नहीं करने चाहिए। बैंक आपका कभी भी गुप्त PIN नम्बर नहीं पूछते।
  2. किसी भी प्रकार की पूछताछ संदिग्ध लगने पर तुरन्त अपने बैंक से सम्पर्क करना चाहिए।
  3. अपने गुप्त नम्बर (PIN) को क्रेडिट/डेबिट कार्ड के साथ लिखकर कभी नहीं रखना चाहिए। कहने का आशय यह है कि इन नम्बरों को कम-से-कम सार्वजनिक करें।
  4. अपने ATM कार्ड को स्वाइप मशीन पर प्रयोग करते समय गोपनीयता बनाए रखनी चाहिए।
  5. मोबाइल ऐप का ऑफिशियल सोर्स देखकर ही इस्तेमाल करना चाहिए।

RBSE Class 12 Economics Chapter 25 निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
भारत के सन्दर्भ में नकद विहीन लेन-देन की प्रासंगिकता को समझाइये।
उत्तर:
भारत सरकार द्वारा 9 नवम्बर, 2016 को विमुद्रीकरण का प्रयोग करते हुए अर्थव्यवस्था से ₹ 500 व 1000 के नोटों को प्रचलन में अवैध कर दिया गया है। लोगों के पास नकदी में रखे उक्त नोटों को बैंक खातों में जमा कराकर उसके बदले ₹ 500 वे ₹ 2000 के नोट जारी किये गए। ऐसे में कुछ समय के लिए बाजार में कम नकदी के चलते आम लोगों व  व्यापारियों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। सरकार ने लोगों को नकदी विहीन लेन-देन के लिए प्रोत्साहित किया। इतने बड़े अर्थतंत्र में निश्चित तौर पर नकद रूप में मुद्रा की छपाई से लेकर उसके प्रबंधन तक में करोड़ों रुपये का खर्च सरकार को वहन करना पड़ता है। ऐसे में डिजिटल लेन-देन या नकद विहीन लेन-देन को एक बेहतर रूप में देखा जाने लगा। निजी कम्पनियों द्वारा इस प्रकार के लेन-देन पर कैश बैंक ऑफर भी दिये जाते हैं। सरकार भी इसे प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता के साथ-साथ विशेष छूट के अवसर उपलब्ध करा रही है। सरकार ने विमुद्रीकरण के पश्चात् डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने और नकदी विहीन लेन-देन को लोकप्रिय बनाने के लिए 94 करोड़ के विज्ञापन प्रसारित किये हैं। अत: डिजिटल लेन-देन एक सरल और सुविधाजनक माध्यम है वहीं दूसरी ओर तेजी से उभरती भारतीय अर्थव्यवस्था की जरूरत भी है।

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