ओलीगोसैकेराइड किसे कहते है | ओलिगोसैकैराइड के प्रकार | डाइसैकेराइड

ओलीगोसैकेराइड या ओलिगोसैकैराइड (Oligosaccharide in hindi) :

इनका निर्माण 2-9 मोनोसेकेराइड के अणुओं या उनके सहसंयोजक बंध वाले व्युत्पन्नों के संघनन से होता है , इन्हें डाइ , ट्राई , टेट्रा , पेंटा , हेक्सा सैकेराइड में वर्गीकृत किया गया है।

डाईसैकेराइड :

ये सबसे छोटे ओलिगोसैकेराइड होते है , ये दो मोनोसैकेराइड के मध्य में संघनन क्रिया द्वारा बनते है। मुलानुपाती सूत्र Cn(H2O)n-1 होता है।

माल्टोज : यह दो ग्लूकोज अणुओं का बना होता है। यह अपचायक शर्करा है।

लेक्टोज : यह ग्लूकोज और गेलेक्टोज अणुओं से बना होता है। यह अपचायक शर्करा है।

सुक्रोज : यह डी-ग्लूकोज (पायरेनोज के रूप में) और डी-फ्रक्टोज (β1 फ्यूरेनोज के रूप में) से मिलकर बनता है। यह अधिकांशत: पायी जाने वाली शर्करा है। इसे cane sugar (गन्ना शर्करा) एवं table sugar शर्करा भी कहते है।

ट्रीहेलोज :

यह कीटों के हीमोलिम्फ और कुछ कवकों में पायी जाती है , यह दो ग्लूकोज अणुओं से मिलकर बनी होती है।

ओलिगोसैकेराइड और पॉलीसैकेराइड में प्रमुख अंतर

 ओलिगोसैकैराइड पॉलीसैकेराइड
 1. यह कुछ मोनोसैकेराइड (2 से 9) इकाइयों के बने होते है। ये अधिक मोनोसैकेराइड से बने होते है।
 2. ये स्वाद में मीठे होते है। ये मीठे नहीं होते है।
 3. ये जल में घुलनशील होते है। ये जल में घुलनशील नहीं होते है।
 4. ये छोटे और कम अणुभार वाले साधारण अणु होते है। ये बड़े तथा अधिक अणुभार वाले जटिल अणु होते है।
 5. केवल कुछ ही संचय उत्पाद या संरचनात्मक संघटक होते है। लगभग सभी संचय उत्पाद या संरचनात्मक संघटक होते है।
 6. उदाहरण : माल्टोज , सुक्रोज , लेक्टोज उदाहरण : स्टार्च , सेल्यूलोज , ग्लाइकोजन

उपरोक्त सभी डाइसैकेराइड का रासायनिक सूत्र C12H22O11 होता है।

गुण : मोनोसैकेराइड की तरह डाईसैकेराइड मीठे और जल में घुलनशील होते है। ये कोशिका झिल्ली से बहुत धीरे विसरित होते है। तनु अम्ल या किसी एंजाइम से उपचार पर ये मुक्त मोनोसैकेराइड इकाइयों में अपघटित हो जाते है। माल्टोज तथा लेक्टोज अपचायक डाइसैकेराइड होते है लेकिन सुक्रोज नहीं।

डाईसैकेराइड में sweetening index : सुक्रोज (100) , माल्टोज (32) , लेक्टोज (16) सुक्रोज सबसे मीठी शर्करा है जबकि लेक्टोज सबसे कम मीठा होता है।

मधुमक्खियो में इनवर्टेज एंजाइम सुक्रोज को मुक्त फ्रक्टोज (लेव्यूलोज) तथा डेक्सट्रोज ग्लूकोज में बदल देता है। यह मुक्त फ्रक्टोज शहद को शर्करा से अधिक मीठा करता है। शहद फ्रक्टोज का सबसे अच्छा (30 से 40%) स्रोत है। शहद में 21% डेक्सट्रोज 8% माल्टोज होता है।

(b) ट्राईसैकेराइड : यह तीन मोनोसैकेराइड इकाइयों का बना होता है। उदाहरण : Raffinose . यह पादपो में पाया जाता है। जल अपघटन पर यह ग्लूकोज , फ्रक्टोज तथा गेलेक्टोज प्रत्येक के एक अणु में टूटता है। यह अनअपचायक शर्करा है।

कोशिका झिल्ली में संलग्न ओलिगोसैकेराइड पहचान , जुड़ने और एंटीजन विशेषता में भाग लेते है। कुछ पादप ओलिगोसैकेराइड का संचय संरक्षित भोजन के रूप में करते है। उदाहरण : सुक्रोज , माल्टोज।

लेक्टोज प्राकृतिक रूप से दूध में मिलता है।

Remark:

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