मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना-Launched by Prime Minister Narendra Modi
18 जून 2022 को वडोदरा में गुजरात गौरव अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना की नींव रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बाई के जन्म दिवस के दिन पूरे गुजरात की माताओ को मुख्यमंत्री मातृ शक्ति योजना की सौगात मिली। इस योजना के साथ और भी कई परियोजनाओं का उद्घाटन व नींव रखी गई जिसमें 21000 करोड रुपए का निवेश गुजरात के विकास के साथ-साथ भारत देश के विकास में भी मजबूती प्रदान करेगा।
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क्या है मुख्यमंत्री मातृ शक्ति योजना?
इस योजना से हम कुपोषण के खिलाफ डटकर खडे रह पाएंगे।
गर्भावस्था के दौरान मां एवं बच्चे को पौष्टिक भोजन से वंचित ना रहना पड़े। कई बार आर्थिक स्थिति अच्छी न होने से गर्भस्थ मां एवं शिशु कुपोषित रहते हैं। इसका सीधा असर मां एवं बच्चे की सेहत पर पड़ता है। इसलिए गुजरात सरकार ने पहल कर मुख्यमंत्री मातृ शक्ति योजना की शुरुआत की। जिससे गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक एवं सेहतमंद भोजन देने की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री मातृ शक्ति योजना का उद्देश्य हर आदिवासी या गरीब औरत को गर्भावस्था के दौरान पोषण युक्त भोजन मुहैया कराना। इस योजना के लिए 811 करोड रुपए का प्रावधान रखा गया है।
महिला के गर्भकाल के 270 दिन और शिशु के जन्म से लेकर 2 साल तक के 730 दिन यानि कुल 1000 दिनो को “फर्स्ट विंडो आफ ऑपुर्चिनीटि” कहा गया।इन 1000 दिनो मे माता एवं शिशु के पोषण को बढ़ावा देने हेतु ‘पोषण अभियान ‘की शुरुआत की गई।
मुख्यमंत्री मातृ शक्ति योजना के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”
महिलाओं का तेजी से विकास, उनका सशक्तिकरण 21वीं सदी के भारत के तेजी से विकास के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है। आज भारत महिलाओं की जरूरतों और आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए योजना बना रहा है और निर्णय ले रहा है” , उन्होंने आगे कहा “वडोदरा
मातृ शक्ति के उत्सव के लिए एक उपयुक्त शहर है क्योंकि यह एक माँ की तरह संस्कार देने वाला शहर है। “हमने गुजरात में महिलाओं को हर स्तर पर बढ़ावा देने के लिए निर्णय लेने की जगह में अधिक अवसर देने की कोशिश की है। महिलाओं की प्रबंधन क्षमता को समझते हुए बहनों को गांव से जुड़ी कई परियोजनाओं में नेतृत्व की भूमिका दी गई है।
मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना के लाभ एवं विशेषताएं:
👉 यह योजना सिर्फ गुजरात राज्य के लिए ही मान्य है।
👉 यहां गर्भवती मां एवं शिशु के लिए कल्याणकारी योजना है।
👉 यह योजना गर्भावस्था से शुरू होकर 2 साल तक के पहले हजार दिनों में मां एवं शिशु के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
👉 इस योजना से गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओ अपने एवं शिशु के पोषण मे सहायता मिलेगी।
👉 इससे गर्भावस्था में होने वाली तकलीफे जैसे- एनीमिया, शिशु का वजन न बढ़ना, डिलीवरी के समय होने वाली मृत्यु आदि को रोका जा सकेगा।
👉 चूंकि पोषित मां से ही पोषित एवं सेहतमंद बच्चे का जन्म होता है। नवजात को उचित पोषण ना मिलने से होने वाली बीमारियों से बचाया जा सकेगा।
👉 योजना के तहत हर महीने गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को 2 किलो चना, 1 किलो अरहर की दाल और 1 किलो खाद्य तेल आंगनबाड़ी केंद्रों से मुफ्त में दिया जाएगा।
👉 इस योजना के विभिन्न लाभों को प्राप्त करने के लिए आंगनवाड़ी में हर स्तनपान एवं गर्भवती महिलाओं को पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा।
👉 इस कुपोषण की लड़ाई में सरकार ने 811 करोड रुपए का बजट रखा है।
👉 योजना की निगरानी एवं निरीक्षण के लिए विशेष मोबाइल एप्लीकेशन भी बनाया गया है।
👉 इसके साथ ही महिलाओं को स्वास्थ्य एवं पोषण की जानकारी के साथ आयरन और कैल्शियम की गोलियां भी वितरित की जाएगी।
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गुजरात सरकार का महिला एवं बाल विकास विभाग निरंतर गतिमान है। “माताओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने एवं एक स्वस्थ नारी से एक स्वस्थ समाज का जन्म हो” ऐसी अनोखी शुरुआत के लिए गुजरात सरकार को सलाम!!!