Internet Applications Notes in Hindi | इन्टरनेट के प्रयोग या उपयोग क्या हैं

Internet Applications:

E-Commerce
1. E- Commerce (Electronic Commerce) का तात्पर्य हैं कि Commerce के सभी कार्यों को इलेक्ट्रॉनिकी की मदद से करना अथवा इन्टरनेट पर व्यापार करना।
2. ऐसे क्षेत्र जिनमे ग्राहकों को सुविधाएँ देकर आर्थिक लाभ लिया जाए अथवा जिनमे पैसों का आदान-प्रदान न होकर विज्ञापन के माध्यम से आर्थिक लाभ लिया जाए, E- Commerce के अंतर्गत आते हैं जैस – इन्टरनेट पर गेम्स, वीडियो, ई-बुक्स, सर्च डोमेन नेम सर्विस, ई-लर्निंग या ई-शिक्षा आदि ।
3. E.D.I. ने E- Commerce में महत्वपूर्ण योगदान दिया हैं, जिससे विभिन्न व्यापारिक संगठन सूचनाओ का आदान-प्रदान करने में सफल हुए हैं ।
4. EDI – Electronic Data Interchange
5. EFT – Electronic Fund Transfer (e-cash)
6. भारत की सबसे लोकप्रिय E- Commerce वेबसाइट

· Myntra.com
· Amazon.in
· Yebhi.com
· Bookmyshow
· Flipkart.com
· Univercell.in
· Snapdeal.com
· Infibeam.com
· Smartshoppers.in
· Jabong.com
· Shopping.indiatimes.com
· Lynx-india.com
· Ebay.in
· Shopping.redffi.com
· Bigadda.com
· Askmebazar
· Futurebazar.com
· Shopclues
· Homeshop18.com

7. E- Commerce के प्रकार –

· B2c~ – Business to Customer
· G2B – Govt to Business
· B2B – Business to Business
· B2G – Business to Govt
· C2c~ – Consumer to Consumer
· G2C- Govt to Citçen
· C2B – Consumer to Business
· C2G-Citçen to Govt
· G2G-Govt to Govt
· TatUur Business
· G2e~ – Govt to Employee
· Intra Business

8. B2C (Business to Customer) – सबसे ज्यादा यूज होने वाला E-Commerce का प्रकार हैं, इसमें कंपनिया अपने प्रोडक्ट्स वेबसाइट पर डालते हैं और कस्टमर अपनी जरुरत के अनुसार अपनी पसंद का प्रोडक्ट खरीद सकता हैं ।
9. B2B (Business to Business) – E- Commerce के इस प्रकार में Companies के बीच प्रोडक्ट्स और सर्विसेज के सभी इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन होते हैं।
10. C2C (Consumer to Consumer) – E- Commerce के इस प्रकार में Consumers के बीच प्रोडक्ट्स और सर्विसेज के सभी इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन होते हैं, यह लेनदेन Third Party के माध्यम से होता है।
11. C2B (Consumer to Business) – This type of E&Commerce is very common in Crowd sourcing based projects.
12. B2G (Business to Govt.) – E- Commerce के इस प्रकार में कम्पनीयों और सरकार के बीच किये गए इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन शामिल होते हैं, जैसे- वित्तीय, सामाजिक सुरक्षा, रोजगार, कानूनी दस्तावेज, रजिस्ट्री आदि।
13. C2G (Citçen to Govt.) – E- Commerce के इस प्रकार में नागरिक और सरकार के बीच किये गए इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन शामिल होते हैं, जैसे- शिक्षा, सूचना प्रसार, दूरस्थ शिक्षा, सूचना के वितरण के माध्यम से भुगतान करना, इनकम टैक्स रिटर्न सबमिट करना, टैक्स का भुगतान करना, स्वास्थ्य नियुक्तया, बिमारियों के बारे में जानकारी, स्वास्थ्य सेवाओं का भुगतान आदि ।


14. E-Commerce के लाभ –


ऽ यह बिना किसी बड़े निवेश के ग्लोबल मार्किट उपलब्ध कराता हैं ।
ऽ यह कस्टमर को एक वैश्विक पसंद करने, आवश्यक जानकारी प्राप्त करने और कम्पनीज कंे आॅफर की तुलना करने की सुविधा देता हैं ।
ऽ यह अंतिम उपभोक्ता के साथ सीधे संपर्क की अनुमति देता हैं ।
ऽ E- Commerce के कारण कम्पनियों के लिए उत्पादकता और प्रतिस्पर्धा में वृद्धि हुई हैं, जिससे उपभोक्ताओं को quality service मिली हैं। दृ
ऽ Hard Cash की जरुरत नहीं – 24X7 उपलब्धता ।
ऽ अनलिमिटेड प्रोडक्ट्स।
14. E-Commerce के नुकसान –
ऽ Information and communication Technology (ICT) पर पूर्ण निर्भरता।
ऽ प्रभावी कानून का अभाव जो E- Commerce की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नियंत्रण कर सके।
ऽ यूजर की गोपनीयता की हानि, देशो की संस्कृतिक और आर्थिक पहचान की हानि।
ऑनलाइन व्यापार ट्रांजेक्शन के संचालन में असुरक्षा

The Most Popular Social Networking sites in India

· Facebook
· Pinterest
· Hike Messenger
· WhatsApp
· Tumbler
· Linkedin
· Facebook Messanger
· Flickr
· Instagram
· Google Plus
· Myspace
· Wechat
· Skype
· Twitter
· Badoo

E- Learning /k~ Online Education

15. E- Learning एक कंप्यूटर आधारित शैक्षिक सिस्टम हैं जो लर्नर को किसी भी समय और कही भी सीखने में सक्षम बनाता हैं।
16. E- Learning वर्तमान में इन्टरनेट के माध्यम से वितरित किया जाता हैं इसीलिए इसे Online Learning/Online Education भी कहा जाता हैं।
17. E- Learning सिस्टम को LMS (Learning Management System) भी कहा जाता हैं।
18. वर्तमान में लर्नर Smartphone, Text Messaging and Internet के माध्यम से Online Learming /k~ Online Education में भाग ले सकते हैं ।
19. E- Learning शब्द का चलन 1999 के बाद प्रारम्भ हुआ हैं, इसका सबसे पहले उपयोग CBT System सेमिनार में हुआ था।
20. E- Learning के लाभ – No boundaries, No restrictions, Cost ffeective etc.
21. E- Learning के नुकसान – प्रैक्टिकल स्किल का विकसित नहीं होना, Isolation] Health related concerm
22. Best E- Learning websites.

· National Programme on Technology
· paradisosolutions-com Enhances Learning ;NPTEL)
· shezartech.com
· Khan Academy
· C-elt-com
· Coursera
· Gc-solutions.net
· MIt~ open Course Ware ;OCW)
· Niit.com
· Openculture
· Zeuslearning.com
· Enyotàlearning.com
· Tatainteractive.com
· Thebostongroup.com
· Genpact.com
· Upsidelearning.com
· Netvidya.com
· Clearpointlearning.com
· Apnacourse.com

Other Open Resources cloud Storage:

23. Cloud Storage का तात्पर्य है- – क्लाउड में आॅनलाइन डेटा stored करना।
24. यह Cloud Computing Model हैं, जिसमे डेटा इन्टरनेट से रिमोट सर्वर “Cloud” पर संग्रहित होता है।
25. Cloud Storage service provider -द्वारा इस डेटा को maintained, operated and managed किया जाता है जो , virtualçation Techniques पर आधारित है।
26. Cloud Storage का दूसरा भाग ” क्लाउड ” होता है, जो इन्टरनेट का प्रतिनिधित्व करता है। इन्टरनेट पर उपलब्ध स्टोरेज सर्विसेज सहित किसी भी सेवा को क्लाउड सेवा कह सकते हैं, जैसे- Gmail से तात्पर्य क्लाउड में ईमेल हैं।
27. Cloud Storage के लाभ – Greater Accessibility, Reliability, Rapid deployment, Strong protection for data backup, Disater recovery purpose and कम स्टोरेज लागत।
28. Types of Cloud Storage – Personal Cloud Storage ;Mobile Cloud Storage), Public Cloud Storage, Private Cloud Storage, Hybrid Cloud Storage
29. Cloud Computing की शुरुआत 1960 में Joseph Carl Robnell ने की थी और डेटा को कही भी, कभी भी Access करने कंे लिए ARPANET पर प्रयोग किया।
30. Best Cloud Storage Providers –

· www.sync.com
· www.ondrive.com
· www.pcloud.com
· www.sugarsync.com
· www.carbonite.com
· www.livedrive.com
· wwwf.lipdrive.com
· www.dropbox.com
· www.googledrive.com
· www.amazondrive.com

The popular JOB SEARCH WEBSITES in India

· www.naukri.com
· www.alhea.com
· www.linkedin.com
· www.indeed.co.in
· www.4jobz.in
· www.timesjobs.com
· www.monsterindia.com
· www.headhonchos.com
· www.placementindia.com
· www.sarkari-naukri.in
· www.thesarkarinaukri.com
· www.mysarkarinaukio.com

32. Job search websites पर विजिट करके अपनी रूचि और योग्यता के आधार पर जाॅब सर्च करे, अपना रजिस्ट्रेशन करे और अपडेटेड Resume/k~ CV अपलोड करें।
33. Required Information for Registration on Job search websites & Name, sunda Address, Mobile Number, Experience, Key Skill, Function area stc.k~ Create an user Id~ and password for sign In.

Online Application Submission:


34. वर्तमान में IT के बढ़ते प्रभाव के कारण सभी परीक्षाओं के एप्लीकेशन फॉर्मस, सरकार द्वारा जारी की गयी योजनाओं के लिए आवेदन, RTi~ /k~ RTE की एप्लीकेशन, शिकायत अथवा सरकारी नौकरियों के लिए ऑनलाइन आवेदनों की मांग हैं।
35. ऑनलाइन आवेदन के लिए आपको सम्बंधित कार्य अथवा विभाग की वास्तविक वेबसाइट का पता होना चाहिए।
36. ऑनलाइन आवेदन से पहले वेबसाइट पर दिए गए दिशा-निर्देशों को ध्यान से पढना चाहिए।
37. ऑनलाइन आवेदन करते समय आवेदन में मांगी गयी सभी जानकारियों को सावधानीपूर्वक भरे और अपने सभी दस्तावेजो के साथ अपनी फोटो और सिग्नेचर सॉफ्ट कॉपी में रखे ।


Digital Signing:

38. वर्तमान में सभी सरकारी कार्य जैसे – पेन कार्ड, वोटर कार्ड, आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र आदि Online Internet Portal के द्वारा होने लगे हैं, जिसे “e-governance” भी कहा जाता हैं।
39. ई-गवर्नेस में डिजिटल हस्ताक्षर का प्रयोग किया जाता जो कि Hand written Signature के समान होता हैं।
40. डिजिटल हस्ताक्षर एक कंप्यूटर डिजिटल कोड होता हैं । इस कोड का प्रयोग केवल अधिकृत व्यक्ति ही कर सकता हैं, जिसके पास अपना यूजर ID और Password होता हैं अथवा पेन ड्राइव जैसी डिवाइस (Dongal) होता हैं ।
41. PKI (Public Key Infrastructure) – यह सॉफ्टवेयर डिजिटल सिग्नेचर के लिए प्राइवेट और पब्लिक key उपलब्ध करवाता हैं ।
42. डिजिटल हस्ताक्षर का प्रयोग किसी सन्देश, इलेक्ट्रॉनिक डॉक्यूमेंट की Authenticity and Integrity के लिए किया जाता हैं।
43. डिजिटल हस्ताक्षर में Security रहती हैं।
44. डिजिटल हस्ताक्षर Public Key Cryptography पर आधारित हैं, इसमें दो कुंजी (Keys) होती हैं। एक Key message को encrypt तथा दूसरी Key message को decrypt करती हैं।
45. डिजिटल हस्ताक्षर का प्रयोग सभी सरकारी प्रमाण पत्रों के साथ-साथ ई-कॉमर्स और ऑनलाइन बैंकिंग में भी किया जाता हैं।
46. Digital Signature Certificate (DSC) एक अधिकृत सर्टिफाइड अथॉरिटी (CA) के द्वारा ही जनरेट किया जा सकता हैं ।

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