लघुबीजाणुधानी :-
लघु बीजाणुधानी में बाहर से भीतर की ओर क्रमशः चार कलर पाये जाते है।
1. ब्राहाचर्य
2. अंतराचर्य
3. मध्यमचर्य
4. टेपीटम (Teptum):- यह लघु बीजणुधानी की सबसे भीतरी परत है।
5. इसमें सघन जीवद्रव्य एवं स्पष्ट बडा केन्द्रक पाया जाता है कई बार इसमें एक से अधिक भी केन्द्रक पाये जाते है ।
6. लघुबीजाणुधानी का स्फुटन (Hypotension):-
7 लघुबीजाणु जनन(Spermatogenesis):-
लघुबीजाणुधानी के केन्द्र में:-बीजाणुजनउत्तक → राग-मातृकोशिका (2n) → अर्द्धसूत्री विभाजन →लद्यु बीजाणु चतुष्टय →लघुबीजाणु/परागकण
Remark:
दोस्तों अगर आपको इस Topic के समझने में कही भी कोई परेशांनी हो रही हो तो आप Comment करके हमे बता सकते है | इस टॉपिक के expert हमारे टीम मेंबर आपको जरूर solution प्रदान करेंगे|
यदि आपको https://hindilearning.in वेबसाइट में दी गयी जानकारी से लाभ मिला हो तो आप अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते है |
हम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते है।