Hari Shabd Roop: आज के लेख के माध्यम से हम जानेंगे हरि के शब्द रूप किसे कहते है? और हरि के शब्द रूप भी देखेंगे।
संस्कृत भाषा में वाक्य बनाने के लिए शब्दों के रूप बनाने पड़ते है अतः वाक्य के निर्माण के लिए एक शब्द के अनेक रूप होने आवश्यक है।परीक्षाओं में भी खास कर हरि शब्द के ऊपर प्रश्न आता है। अगर आज आप ये शब्द रूप अच्छे से पढ़ेंगे, तो आपको परीक्षा में इसके ऊपर कोई समस्या नहीं होगी।
हरि शब्द का अर्थ होता है ‘नारायण’। हरि शब्द रूप इकारांत पुल्लिंग होता है। कवि, पति, मति, मुनि के शब्द रूप भी हरि शब्द रूप के अनुसार ही बनाए जाते है।
हरि के शब्द रूप – Hari Shabd Roop
हरि के शब्द रूप बताईये।
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विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा हरिः हरी हरयः
द्वितीया हरिम् हरी हरीन्
तृतीया हरिणा हरिभ्याम् हरिभिः
चतुर्थी हरये हरिभ्याम् हरिभ्यः
पंचमी हरेः हरिभ्याम् हरिभ्यः
षष्ठी हरेः हर्योः हरीणाम्
सप्तमी हरौ हर्योः हरिषु
सम्बोधन हे हरे ! हे हरी ! हे हरयः !
आर्टिकल में आपने हरि के शब्द रूप को पढ़ा। हमे उम्मीद है कि ऊपर दी गयी जानकारी आपको आवश्य पसंद आई होगी। इसी तरह की जानकारी अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करे ।