Desh Bhakti Shayari in Hindi

Desh Bhakti Shayari in Hindi

Desh Bhakti Shayari: आज हम आपको इस आर्टिकल में Desh Bhakti Shayari सुनाएंगे की आप इन्हें अपने व्हाट्सएप या फेसबुक पर शेयर कर सकते हैं | Desh Bhakti Shayari यहां पर आपको एक से बढ़कर एक शायरी सुनने को मिलेगी जो आपको देश के प्रति उत्साहित करेगा l

Best Desh Bhakti Shayari in Hindi


(1)

ना दे दौलत, ना दे शोहरत कोई शिकवा नहीं
बस भारत मां की संतान बना देना,
हो जाऊं शहीद तो बस तिरंगे में लिपटा देना।

(2)

हम वतन के सिपाही है
तन मन धन सब देश के नाम लिख जाएंगे
जान तो क्या रूह भी देश के नाम कर जाएंगे।

(3)

कि आ गया है वक्त अब वतन ए फिजा बदलो यारों
कुछ तो होश करो यूं ना खामोश रहो यारों ।

(4)

(5)

खूब बहती है गंगा बहने दो
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो
लाल हरे में मत बांटो मुझको
छत पर मेरे एक तिरंगा रहने दो।

(6)

आरजू बस यही है
दम निकले तो तेरी बन्दगी में
जय हिंद का नारा हो,
तिरंगा कफ़न हमारा हो।

(7)

आरजू बस यही है
मेरी हर सांस देश के नाम हो
जो सिर उठे तो मेरे सामने तिरंगा हो
जो सिर झुके तो वतन को प्रणाम हो।

(8)

(9)

अब तो मरना जीना बस तिरंगे के नाम होगा,
अगला जन्म लिया तो मेरा देश हिंदुस्तान ही होगा।

(10)

मेरा दिल मेरी धड़कन मेरी जान हो तुम
अब तो मेरे वजूद की पहचान हो तुम
ए मेरे भारत देश महान हो तुम महान हो तुम।

(11)

देश भक्ति जिसमें हो बस वो एक दिल साज है,
देश भक्ति जिसमें नहीं वो जिंदगी बेकार है।

(12)

(13)

आजादी की कभी शाम ना होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी कभी बदनाम ना होने देंगे,
बची है रगो में एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आंचल नीलाम ना होने देंगे।

(14)

ना हिंदुओं से ना मुसलमानों से ना सीखो से ना ईसाइयों से,
इस मुल्क को तकलीफ है गद्दार और बेईमानों से।

Latest Watan Shayari in Hindi

(15)

जिन्हें हम हार समझ बैठे थे गला अपना सजाने को,
वहीं अब नाग पर बैठे हमी को काट खाने को।

(16)

(17)

तन अनेक पर एक प्राण स्वर अनेक पर एक गान,
हम कण कण पर छा जाएंगे बन कर भारत का स्वाभिमान।

(18)

तूफान कभी शांत नहीं होते
आंधियों से जो डर जाए वो मुकाम नहीं होते
जो देश के झंडे को सलाम नहीं करते
वो सच्चे इंसान नहीं होते।

(19)

देश भक्ति जिसमें हो बस वो एक दिल साज है
देश भक्ति जिसमें नहीं वो जिंदगी बेकार है।

(20)

(21)

फहराए तिरंगा अंबर में
मां का धानी परिधान रहे
जब तक चमके सूरज चंदा
ये मेरा प्यारा हिन्दुस्तान रहे।

(22)

जुनून नहीं इश्क हो तुम मेरा
तिरंगा नहीं शान हो तुम मेरी
मां नहीं जान हो तुम मेरी।

(23)

मन मेरे खुद को मग्न कर ले,
अमर शहीदों को नमन कर ले।

(24)

(25)

सलाम है तिरंगे को जिसमें मेरे देश की शान है,
ऊंचा रहेगा तिरंगा जब तक मेरे कतरे कतरे में जान है।

(26)

जब तक सांसे चले भारत मां तुझे प्रणाम करूं,
अगर हो जाऊं शहीद तो
तिरंगे में लिपटकर तेरा गुणगान करूं।

(27)

दुश्मन की औकात नहीं थी
ये तो देश के गद्दारों ने ही खंजर घोपा है
दुश्मन को बाद में पहले गद्दारों को मिटाना है।

(28)

(29)

वीरों ने बलिदान दिया था हिन्दुस्तान बनाने को
तुमने हिन्दू-मुस्लिम बना दिया
छोड़ो ये मजहबी झगड़े, आओ सब मिलकर
फिर नया हिन्दुस्तान बना दे।

Desh Bhakti Status In Hindi

(30)

दुश्मन सुन ले हम क्षमा करना जानते है
तो हम लहू बहाना भी जानते है
अगर कि फिर से हिमाकत मेरे देश की
तरफ देखने की तो तेरा नाम ओ निशान मिटा देंगे।

(31)

तन मन धन अर्पित कर दो अभिनव अभियान को
वंदन कर लो अमर शहीदों के खूनी बलिदान को
हिम शिखरों से ऊंची कर दो हिंदुस्तानी शान को
और वक्त पड़े तो मस्तक दे दो भारत स्वाभिमान को।

(32)

(33)

कैसे छोड़ दूं मोहब्बत करना
मेरा देश ही मेरी जान है
इस पर मेरा हर कतरा कुर्बान है।

(34)

हर पत्ते पर तेरा नाम लिख दूंगा
जो आंख उठेगी तेरी तरफ
वो हर एक आंख को बंद कर दूंगा
देश के खातिर अपने आप को कुर्बान कर दूंगा।

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(35)

बस अब एक ही तमन्ना है
दम निकले तो भारत मां के चरणों में निकले
कफन लिपटे तो तिरंगा ही लिपटे।

(36)

(37)

एक पल में जो आकर गुजर जाता है ये वो हवा का झोंका नहीं
ये वो तूफान है जो दुश्मन को मारे बिना सोता नहीं।

(38)

मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा बस मैं यही अरमान रखता हूं।

(39)

अगर मोहब्बत करनी है तो तिरंगे से करो,
ये धोखा नहीं देता है मरने पर भी साथ लिपटकर चला आता है।

(40)

(41)

हमें हथियार उठाने पर मजबूर मत करना,
वरना बंदूक हमारी होगी और निशाना तुम्हारा सर होगा।

(42)

मेरे देश के वीरो को ललकार ने की कोशिश मत करो,
ए दुश्मनों, वरना नाश नहीं सर्वनाश होगा।

(43)

जब भारत मां मुझे पुकारती है
तो इस कदर दीवाना हो जाता हूं
कि मौत भी पास आए तो गले लगा लेता हूं।

(44)

Desh Bhakti Shayari

(45)

जिसके कदमों में झुका सारा जहां है,
वो मेरा प्यारा हिंदुस्तान है।

(46)

आज फिर कयामत होगी
महफिल तुम्हारी होगी दोस्त भी तुम्हारे होंगे
बस चर्चे हमारे हिंदुस्तान के होंगे।

(47)

दुश्मन क्या मारे इतनी उसकी औकात नहीं,
हम तो अपनो की ही साजिश के शिकार है।

Desh Bhakti Shayari Video

Credit: ARK SHAYARI CREATION: Desh Bhakti Shayari

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