Ardh Viram Chinh: आज यहां हम आपको अर्द्ध विराम चिह्न के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं, इसलिए यदि आप अर्द्ध विराम चिह्न के बारे में नहीं जानते हैं, तो इस लेख की मदद से, आप आज इस विषय को बेहतर तरीके से जान पाएंगे।
अर्द्ध विराम चिन्ह – Ardh Viram Chinh
अर्द्ध विराम चिन्ह ( ; ) किसे कहते है?
जब किसी वाक्य को कहते हुए बीच में हल्का सा विराम लेना हो पर वाक्य को खत्म न किया जाये तो वहाँ पर अर्द्ध विराम (;) चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। यानी जहाँ अल्प विराम से कुछ अधिक ठहरते है तथा पूर्ण विराम से कम ठहरते है, वहाँ अर्द्ध विराम का चिह्न ( ; ) लगाया जाता है।
जैसे —
- राम तो अच्छा लड़का है; किन्तु उसकी संगत कुछ ठीक नहीं है।
- जिसे मैंने अपना दोस्त समझा; वही आस्तीन का सांप निकला।
- राजन बहुत अच्छा लड़का है; लेकिन उसकी संगत ठीक नहीं है।
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इस वाक्य के पहले वाक्यांश में यह कहा जा रहा है कि राजन अच्छा लड़का है लेकिन अर्धविराम के बाद वाला वाक्य का संबंध राजन की बुरी संगति वाले स्वभाव से है।
रिया पढ़ने में अच्छी है; लेकिन उसका पढ़ने में मन नहीं लगता है।
इस उदाहरण नें भी दो वाक्यांश रिया के दो गुणों को दिखा रहा है।
अर्ध विराम दो वाक्यांश के बीच में प्रयोग किया जाता है। जहाँ कम रुकना हो वहाँ अल्पविराम (,) का प्रयोग होगा। नीचे के उदाहरण में दोनों का प्रयोग हुआ है।
- मैनें अपनी पत्नी से कहा, आज खानें में पनीर की सब्जी (;) मूंग की तड़के वाली दाल (;) साथ में चावल और रोटी भी बना लेना।
- मैने आज अपने बेटे से कहा, पहले साइंस का होम वर्क पूरा करो(;) हिन्दी में निबंध लिखने का अभ्यास करो(;) उसके बाद खाना खा लेना।
ऊपर के दोनों वाक्यों में आप देख सकते हैं कि जहाँ कम रुकना है वहाँ अल्प विराम का प्रयोग किया गया है और जहाँ ज्यादा रुकना है वहाँ अर्धविराम का प्रयोग किया गया है।
इस आर्टिकल में अपने अर्द्ध विराम चिह्न को पढ़ा। हमे उम्मीद है कि ऊपर दी गयी जानकारी आपको आवश्य पसंद आई होगी। इसी तरह की जानकारी अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करे ।