पौष्टिक भोजन – Hindi Short Story :
एक गधे को अपनी आवाज़ बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती थी। वह हमेशा सोचा करता था
‘काश मैं भी मीठी बोली में बोल सकता। काश मैं भी गाना गा सकता।’
एक दिन वह घास के एक मैदान में घास चर रहा था। तभी उसने एक सुरीली आवाज़ सुनी। उसने देखा कि घास के एक तिनके पर हरे रंग का एक टिड्डा बैठा हुआ था।
यह भी पढ़े: नई बकरियाँ
यह आवाज़ उसी की थी। गधे को उसका रंग बहुत अच्छा लगा। वह टिड्डे के पास आकर बोला, ‘तुम्हारी आवाज़ बहुत मीठी है। तुम ऐसी क्या चीज खाते हो, जिससे ऐसा सुराला संगीत निकाल पाते हो?’
टिड्डे ने कहा, ‘मैं ओस की बूंदें पीती हूं और हरी-हरी घास खाता हूं।’
गधे ने सोचा कि जरूर सुबह ओस की बूंदें पीने से ही आवाज़ मीठी होती है। और हो सकता है कि घास खाने से मेरा रंग भी सुंदर हरा हो जाए।
यह भी पढ़े: श्रृगाल और ऊदबिलाव
इसीलिए अगले दिन सुबह-सुबह वह घास के मैदान में पहुंच गया, घास खाने के लिए। ओस की बूंदों से भीगी हुई घास बड़ी ही स्वादिष्ट थी। वह कई दिनों तक केवल घास खाता रहा। लेकिन न तो उसकी आवाज़ बदली, न ही रंग।
यह भी पढ़े: पक्के दोस्त
फायदा बस यह हुआ कि गधे ने एक पौष्टिक भोजन खाना शुरू कर दिया, जो उसके लिए और उसकी सेहत के लिए अच्छा था। हरी सब्ज़ियाँ और हरी पत्तियाँ तो हम सभी के लिए फायदेमंद होती हैं ना!