जनसंख्या विस्फोट , जननात्मक स्वस्थ समाज बनाने हेतु समस्यायें (उचित देखभाल व चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता):-
1, ऋतु स्त्राव
2. गर्भ निरोधक
3. सवार्भता
4. प्रसव
5. बन्धयता
6. गर्भपात
7. यौन रोग
8. उल्बबेधन (एमीनोसेटेसिस):-
विकसित हो रहे भ्रूण के चारो और पाये जाने वाले मम्ल तरल में गुणसूत्रों के नमूने के आधार पर लिंग परीक्षण की क्रिया को उष्णबेधन कहते है।
बढती मादा भू्रण हत्या के कारण उष्णबेधन को प्रतिबन्धित कर दिया गया है।
जनसंख्या विस्फोट:-
विश्व में जनसंख्या
1900 – 2 अरब
2000 – 6 अरब
भारत में जनसंख्या
1947 – 35 करोड
2000 – 100 करोड 1 अरब
जनसंख्या मेें अत्यधिक वृद्धि होना जनसंख्या विस्फोट कहलाता है। उपरोक्त आकडों से स्पष्ट है कि विश्व में हर छंठा व्यक्ति भारतीय है। तथा वार्षिक दर 1.7 प्रतिशत है अर्थात् प्रति हजार पर जन्म लेने वालों की संख्या 17 होती है तथा इस दर से वृद्धि होती रहे तो लगभग 33वर्ष में जनसंख्या दुगुनी हो जाती है।
जनसंख्या वृद्धि के कारण
1. मृत्सु दर में गिरावट
2. मान्ती एवं शिशु मृत्यु दर में अत्याधिक गिरावट
3. जनन सक्षम आयु के लोगों की ंसख्या में बढोतरी
जनसंख्या नियंत्रण के उपाय:-
1. विवाह की वैधानिक आयु का निर्धारण।
2. छोटा परिवार सुखी परिवार का विज्ञापन करना।
3. लघु परिवार को प्रोत्साहन
4. गर्भ-निरोधक उपाय अपनाना
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