कार्बोहाइड्रेट की परिभाषा | वर्गीकरण या प्रकार | उदाहरण

हेलो स्टूडेंट, आज हम इस लेख में कार्बोहाइड्रेट की परिभाषा | वर्गीकरण या प्रकार | उदाहरण के बारे में पढ़ेंगे |

कार्बोहाइड्रेट किसे कहते हैं?

कार्बोहाइड्रेट एक सुगर होती है जो की हमारे शरीर के अंदर जा कर क ग्लूकोस (Glucose) को बनाती है। ग्लूकोस मस्तिष्क, मांसपेशियों और अन्य सेल्स के लिए ऊर्जा का प्राथमिक पहला स्रोत है।

OR

  1. कार्बोहाइड्रेट का शाब्दिक अर्थ है कार्बन के हाइड्रेट।
  1. C , H , O से बने वे यौगिक जिनमे H व O का अनुपात 2:1 होता है उन्हें कार्बोहाइट्रेट कहते है।
  2. इनका सामन्य सूत्र Cx(H2O)yहोता है यहाँ x तथा y संख्याएँ समान तथा भिन्न भिन्न हो सकती है इनके अंत में प्राय ose (ओस) लगाते है।

उदाहरण

  • glucose , fructose , glactose , mannose (C6H12O6 या C6(H2O)2)
  • sucros , maltose , lactose (C12H22O11 या C12(H2O)11)
  • cellulose , starch (C6H10O5)n or (C6(H2O)5)n

नोट : कुछ यौगिकों में से H व O का अनुपात 2:1 है परन्तु वे कार्बोहाइड्रेट नहीं है।

जैसे – ऐसिटिक अम्ल CH3-COOH or C2H4O2

लैक्टिक अम्ल C3H6O3

कुछ पदार्थ कार्बोहाइड्रेट होते हुए भी उनमे H व O का अनुपात 2:1 नहीं होता है।

उदाहरण : रैमनोस C6H12O5 

कार्बनिक हाइड्रेट की आधुनिक परिभाषा:

वे ध्रुवण घूर्णक यौगिक जो पॉलीहाइड्रोक्सी ऐल्डीहाइड या कीटोन होते है या वे पदार्थ जिनके जल अपघटन से पॉलीहाइड्रोक्सी एल्डिहाइड या कीटोन बनते है उन्हें कार्बोहाइड्रेट कहते है।

कार्बोहाइट्रेट का वर्गीकरण:

A . भौतिक गुण के आधार पर –

  1. शर्करा : ये स्वाद में मीठी जल में विलेय ठोस क्रिस्टलीय होती है।  जैसे सुक्रोस
  2. अशर्करा : ये स्वादहीन जल में अविलेय तथा अक्रिस्टलीय ठोस है।  जैसे सेल्यूलोस , स्टार्च

B . जल अपघटन के आधार पर :

इस आधार पर उन्हें तीन भागों में बांटा गया है।

  1. मोनो सैकेराइड (Mono Sacride):
  • ये जल में विलेय होती है परन्तु इनका जल अपघटन नहीं होता
  • ये ठोस क्रिस्टलीय है
  • इनका सामान्य सूत्र CnH2nOn होता है
  • कार्बन परमाणु की संख्या के आधार पर इन्हे निम्न प्रकार से वर्गीकृत करते है।
  •  triose trtorsepentose hexose C3H6O3 C4H8O4 C5H10O5 C6H12O6
  • यदि एल्डिहाइड समूह उपस्थित है तो एल्डोस तथा कीटोन समूह उपस्थित है तो कीटोस कहते है।
  1. ओलिगो सैकेराइड (Oligo Saccharide): वे कार्बोहाइड्रेट जिनके जल अपघटन से दो से लेकर 10 तक मोनो सैकेराइड बनते है , उन्हें ओलिगो सैकेराइड कहते है।

यदि किसी कार्बोहाइड्रेट के जल अपघटन से 2,3,4 मोनो सैकेराइड बनते है तो उन्हें क्रमशः डाई , ट्राई , टेट्रा सैकेराइड कहते है।

सुक्रोस , माल्टोस , लेक्टोस सभी डाइसैकेराइड है क्योंकि इनके जल अपघटन  मोनो सैकेराइड बनते है।

  1. पॉलिसैकेराइड (Polysaccharide):

वे कार्बोहाइड्रेट जिनके जल अपघटन से अनेक मोनो सैकेराइड बनते है उन्हें पॉलिसैकेराइड कहते है।

उदाहरण : स्टार्च , सेलुलोस

Remark:

दोस्तों अगर आपको इस Topic के समझने में कही भी कोई परेशांनी हो रही हो तो आप Comment करके हमे बता सकते है | इस टॉपिक के expert हमारे टीम मेंबर आपको जरूर solution प्रदान करेंगे|


यदि आपको https://hindilearning.in वेबसाइट में दी गयी जानकारी से लाभ मिला हो तो आप अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते है |

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *