हेलो दोस्तों हम आपको इस पोस्ट में वेग स्थिरांक की परिभाषा और इकाई के बारे में बताएंगे तो पोस्ट को अंत तक पढ़े |
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वेग स्थिरांक किसे कहते है:
वह अभिक्रिया वेग जब क्रियाकारकों की सांद्रता को इकाई मान ले उस स्थिति में अभिक्रिया के वेग को वेग स्थिरांक कहते है।
याद रखिये कि वेग स्थिरांक को ही विशिष्ट अभिक्रिया वेग भी कहते है।
अभिक्रिया का वेग नियम या व्यंजक कैसे ज्ञात करते है ?
जैसा कि हम जानते है कि किसी भी रासायनिक अभिक्रिया के लिए वेग व्यंजक या वेग नियम को प्रयोगों के आधार पर लिखा या ज्ञात किया जाता है , ये प्रयोग निम्न प्रकार किया जाता है।
माना लेते है कि किसी रासायनिक अभिक्रिया में दो क्रियाकारक या अभिकारक है।
- दोनों क्रियाकारक की समान या निश्चित मात्रा (सांद्रता) लेकर अभिक्रिया का प्रारंभिक वेग का मान ज्ञात करते है। जैसे दोनों क्रियाकारको की सांद्रता का मान 0.1 मोल ले लेते है।
- अब एक क्रियाकारक की सांद्रता को निश्चित रखते हुए दुसरे क्रियाकारक की सांद्रता का मान परिवर्तित करते है और अभिक्रिया का प्रारंभीक वेग ज्ञात करते है। जैसे प्रथम क्रियाकारक की सांद्रता को 0.1 मोल ही रखते है लेकिन दुसरे की सांद्रता को 0.2 मोल कर देते है और फिर अभिक्रिया का प्रारम्भिक वेग का मान ज्ञात कर लेते है।
- अब दुसरे क्रियाकारक की सांद्रता को स्थिर रखते है और पहले क्रियाकारक की सांद्रता को परिवर्तित करते है और फिर अभिक्रिया का प्रारंभिक वेग ज्ञात कर लेते है। जैसे दुसरे क्रियाकारक की सांद्रता को 0.1 मोल रखते है और पहले क्रियाकारक की सांद्रता को 0.2 मोल कर देते है और फिर अभिक्रिया का प्रारम्भिक वेग ज्ञात कर लेते है।
वेग स्थिरांक की इकाई:
N1A + N2B = उत्पाद
अभिक्रिया वेग ∝ [A]n1 [B]n2
अभिक्रिया वेग = k[A]n1 [B]n2
यहाँ k एक नियतांक है जिसे वेग नियतांक या वेग गुणांक या विशिष्ठ अभिक्रिया वेग कहते है।
इसका मान ताप व पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करता है।
यदि [A] = [B] = 1 molL-1 है तो
अतः अभिक्रिया का वेग = k
वेग स्थिरांक को निम्न प्रकार से परिभाषित करते है। जब क्रिया कारकों की सान्द्रता 1 molL-1 है तो अभिक्रिया वेग को ही वेग स्थिरांक कहते है।
k की इकाई निम्न प्रकार से ज्ञात करते है।
k = अभिक्रिया वेग / [A]n1 [B]n2
K= (mol/L)1-(n1+n2) x 1/sec