वाल्मीकि रामायण के अनुसार तो राम ‘इक्ष्वाकु वंश’ में उत्पन्न हुए (इक्ष्वाकुवंशे प्रभवो रामो नाम जनैः श्रुतः) तथा राजा दिलीप के पुत्र ‘रघु’ के वंश में पैदा हुए। जहां तक ‘राम के वंशजों’ की बात है, तो महाकवि कालिदास द्वारा रचित ‘रघुवंश’ नामक महाकाव्य के अंतिम चार सर्गों में उनका विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है।
इक्ष्वाकु वंश प्रभवो रामो नाम जनैः श्रुतः |
नियत आत्मा महावीर्यो द्युतिमान् धृतिमान्
वशी ||
इक्ष्वाकु वंश प्राचीन भारत के शासकों का एक वंश है। इनकी उत्पत्ति सूर्यवंशियों में से हुई थी। ये प्राचीन कोशल देश के राजा थे और इनकी राजधानी अयोध्या थी। रामायण और महाभारत में इन दोनों वंशों के अनेक प्रसिद्ध शासकों का उल्लेख है।
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