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चुम्बक की प्रभावी लम्बाई (magnet Effective length):
चुंबक के दोनों ध्रुवों या सिरों के मध्य की दूरी को चुम्बक की लम्बाई कहते है , इसे चित्र में 2l से प्रदर्शित किया गया है।
चुम्बकीय ध्रुव:
हमने दण्ड चुम्बक में पढ़ा की सिरों पर चुंबकत्व अधिकतम होता है , अतः हम कह सकते है की दंड चुम्बक में जहाँ चुम्कत्व का मान अधिकतम होता है उन्हें चुंबक के ध्रुव कहते है।
चुंबकीय अक्ष:
चुम्बक के दोनों ध्रुवों (N-S) के मध्य खींची गयी काल्पनिक रेखा को चुम्बक की अक्ष कहते है।
चुम्बकीय प्रबलता:
किसी भी चुम्बक के ध्रुवों द्वारा चुम्बकीय पदार्थों को अपनी तरफ आकर्षित करने की क्षमता को उस चुम्बक की चुंबकीय प्रबलता कहते है।
चुम्बकीय आघूर्ण:
किसी चुम्बक की ध्रुव प्रबलता (m) तथा चुंबक की प्रभावी लम्बाई के गुणनफल को चुंबकीय आघूर्ण कहते है।
माना चुम्बक के ध्रुवों की प्रबलता m है तथा दोनों ध्रुवों के मध्य की दुरी 2l है तो चुम्बकीय आघूर्ण M = m x 2l , यह एक सदिश राशि है इसकी दिशा दोनों ध्रुवो को मिलाने वाली रेखा के अनुदिश दक्षिण से उत्तर ध्रुव की ओर होती है।
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