कर्मधारय और बहुव्रीहि समास में अंतर:
कर्मधारय समास | बहुव्रीहि समास |
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(a) कर्मधारय समास का पहला या दूसरा खंड विशेषण या विशेष्य अथवा दोनों होता है। | (a) बहुव्रीहि समास में दोनों खंडों में परस्पर विशेषण-विशेष्य का भाव नहीं होता। |
(b) इसमें उत्तर पद की प्रधानता होती है। | (b) इसका अन्य तीसरा पद प्रधान होता है। |
(c) इसका विग्रह पदात्मक होता है। | (c) बहुव्रीहि समास का विग्रह वाक्यात्मक होता है। |
(d) यह तत्पुरुष समास का ही भेद है। उदाहरण- पीताम्बर= पीत है अम्बर जो | (d) यह तत्पुरुष समास का ही भेद है। उदाहरण- पीताम्बर= पीत है अम्बर जो |